November 17, 2024

आखिर 6करोड़ के ले देन की शिकायत पहुंची ई ओ डब्लू के पास कौन कर रहा अपनी व परिवार की जान बचाने की फ़रियाद

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शिकायत में दावा-छह करोड़ में अफसर का कराया था स्थानांतरण, हवाला के जरिए शहडोल से भोपाल पहुंचाई गई थी मोटी रकम

शहडोल,मध्य प्रदेश में रेत कारोबारियों द्वारा हवाला के माध्यम से करोड़ों रुपए इधर-उधर करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। शिकायतकर्ता संजय मिश्रा ने पूरे साक्ष्यों के साथ ईओडब्ल्यू को शिकायत की है। शिकायत के परीक्षण के बाद ईओडब्ल्यू ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले में कुछ जिम्मेदार अफसरों को नोटिस जारी कर तलब किया गया है। ईओडब्ल्यू की इस कार्रवाई से हडकंप मच गया है, क्योंकि जांच से कुछ बड़े खुलासे हो सकते हैं। जांच से जुड़े अफसरों की माने तो हवाला कारोबारी भी इसकी जद में आएंगे। जानकारी के अनुसार संजय मिश्रा ओल्ड मीनाल रेसीडेंसी में रहते हैं। उन्होंने ईओडब्ल्यू में पूरे तथ्यों के साथ शिकायत की है। यानी आवेदन के साथ तमाम दस्तावेज और कुछ तकनीकी साक्ष्य भी दिए हैं। शिकायत में कहा कि करीब तीन साल पहले उनकी मुलाकात इमराल्ड पार्क सिटी निवासी रमेश राय से हुई थी। मार्च 2024 में उन्होंने कहा कि सिंगरौली जिले में हम अपने अधिकारी की पोस्टिंग करा रहे हैं। उसमें जो राशि लगेगी, वह हमें लगानी है। इस सिलसिले में हमारी बातचीत भोपाल से लेकर दिल्ली तक हो चुकी है। उसके बाद ट्रांसफर की लिस्ट जारी हुई। उन्होंने लिस्ट को मुझे वाट्सएप करते हुए कहा कि अपने अधिकारी की पोस्टिंग हो गई है। इस काम में 6 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ है। उसमें से 3 करोड़ रुपए का भुगतान हमने कर दिया है और शेष राशि का भुगतान करने के लिए समय दिया गया है। सिंगरौली पहुंचकर वहां पर व्यवस्था बन पाएगी। आप है, तो हमारे साथ चलो। हम उनके साथ 19 मार्च को सिंगरौली पहुंचे। वहां मेरे साथ धर्मेंद्र सिंह और उमेश सिंह भी मौजूद थे। यहां होटल उदिका पैलेस में ठहरे थे। दोपहर दो बजे के लगभग रमेश राय हमसे मिलने के लिए आए और बोलने लगे कि अधिकारी के साथ रुका हूं। वहां पर अच्छा नहीं लग रहा है।लोगों को वहां पर काम करना
मैं इसी होटल में आप लोगों के साथ शिफ्ट हो जाता हूं। फिर रमेश राय ने कहा कि जो शेष राशि बची हुई है, उसका भी भुगतान करना जरूरी है। अन्यथा अधिकारी का ट्रांसफर आर्डर निरस्त हो जाएगा। आप लोग किसी भी तरह से तीन करोड़ की व्यवस्था करें। हमने कहा कि हम तो यहां पर काम करने के लिए आए हैं। बहुत प्रयास करने के बावजूद भी जब राशि की व्यवस्था नहीं बन पाई, तब रमेश राय ने रेत का संचालन करने वाली सहकार ग्लोबल कंपनी पर छापा डलवा दिया। सिंगरौली जिले की
भरसड़ी खदान पर छापा पड़ने के बाद कंपनी के जीएम ने कहा कि जो पेनाल्टी लगाई जानी है, उससे जाकर मीटिंग करें। इस पर रमेश राय ने कहा कि जो मीटिंग करना है, भोपाल आ जाओ। उनके कहे अनुसार भोपाल के लिए रवाना हो गया। 23 मार्च को उत्तम शर्मा ने संपर्क किया कि मैं भोपाल आ गया हूं और डीबी माल में मेरियट होटल में ठहरा हूं। मैंने यह बात रमेश राय को बताई, तो उन्होंने कहा कि आप परेशान मत हो, मैं भी भोपाल आ चुका हूं। सुबह 11 बजे होटल में मिलते हैं।
होटल में बैठक होने के बाद यह निर्णय निकला कि कंपनी दो करोड़ रुपए अवैध उत्खनन की पेनाल्टी से बचने के लिए दो करोड़ रुपए की देगी। हुआ कि 50 लाख रुपए रमेश राय नगद लेकर सिंगरौली से भोपाल के लिए रवाना हुए और मुझे सिंगरौली में रोक दिया गया। कहा गया कि बाकी पैसे का लेनदेन आप कराकर वापस आएंगे। रमेश राय के जाने के बाद उत्तम शर्मा से बाकी पैसों के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि सिंगरौली से हवाला नहीं हो पाएगा। यह काम शहडोल से होगा। यह बात मैंने रमेश राय को बताई तो रमेश राय का कहना है कि आप कहीं से भी कराएं, लेकिन भोपाल में पैसा पहुंचना चाहिए। इसके बाद शहडोल से उत्तम शर्मा द्वारा हवाला के जरिए भोपाल पहुंचाई गई और राशि रमेश राय ने प्राप्त की। जब वे वापस भोपाल से सिंगरौली पहुंचे, तो
इसके अलावा एक करोड़ रुपए प्रति माह सिंगरौली जिला और इतनी ही राशि शहडोल जिले की देगी। बात होने के बाद उत्तम शर्मा ने कहा कि हम पैसा साहब से मिलने के बाद देंगे। इस बात पर सभी लोग सहमत हो गए और दो दिन बाद सिंगरौली के लिए रवाना हो गए। 28 मार्च 2024 को हम लोग सिंगरौली पहुंचे, वहां पर उत्तम शर्मा से मुलाकात हुई। इसके बाद रमेश राय उत्तम शर्मा को लेकर साहब से मिलवाने के लिए ले गया।
उत्तम शर्मा ने कहा कि लोक सभा चुनाव चल रहे हैं और बहुत सख्ती है। पैसे का लेनदेन किस प्रकार होगा। रमेश राय का कहना था कि पैसे को भोपाल पहुंचाना अति आवश्यक है। फिर यह तय
हम सब लोग वहीं पर थे। रमेश राय ने कहा कि धर्मेन्द्र सिंह का एक आडियो रिकॉडिंग साहब के पास पहुंच चुका है और उसमें उन्होंने पूरा का पूरा अपना काम और लेनदेन सब ओपन कर दिया है। साहब ने यहां से वापस जाने के लिए कहा है। इसके बाद हम लोग शहडोल आ गए। सुबह शहडोल पहुंचने के बाद रमेश राय ने कंपनी से 40 लाख रुपए और बुलाए। उन्होंने कहा कि यहां पर हमारा कमिटमेंट था, उसे पूरा करना है। वह राशि करीब 11 बजे मेरे को साथ लेकर निकले और मुझे स्टेशन पर छोड़ दिया। संजय मिश्रा ने कहा कि इसके बाद उन्हें तरह-तरह की धमकियां दी गई। उन्होंने जानमाल की सुरक्षा की भी मांग की है।

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