अंतिम तिमाही में जारी है जी तोड़ मशक्कत
वार्षिक उत्पादन लक्ष्य के करीब सोहागपुर कोयलांचल
धनपुरी। पिछले कई सालों से लगातार घाटे में चल रहे एसईसीएल के सोहागपुर कोयलांचल को 2022-23 वार्षिक कोयला टारगेट 57 लाख टन बिलासपुर सीएमडी प्रेम सागर मिश्रा के द्वारा निर्धारित किया गया है। सोहागपुर एरिया के मुख्य महाप्रबंधक वी श्री कृष्णा व सोहागपुर एरिया के विभिन्न यूनिटों के उपक्षेत्रीय प्रबंधक, खान प्रबंधकों के अथक प्रयास से इस वर्ष सोहागपुर एरिया कोयला टारगेट पूरा करने में सफल होने का पूरा प्रयास किया जा रहा है ।
शेष बचे 45 दिनों में वार्षिक टारगेट पूरा करने में महाप्रबंधक की अगुवाई में अथक प्रयास जारी हैजो संभवत शेष माह में बचा टारगेट पूरा करने में सफल होंगे ऐसा प्रयास किया जा रहा है।
मार्च का महत्व
कोयला खदानों के लिए मार्च का महीना वार्षिक कोयला उत्पादन टारगेट की सीमा रेखा माना जाता है जो खदानों के लिऐ बड़ा महत्व रखता है क्योंकि पूरे माह और साल में किए गए कोयला उत्पादन की जानकारी बिलासपुर हेड ऑफिस को दी जाती है। कौन सा एरिया कितने घाटा-मुनाफा में है, कौन से माइंस के उपक्षेत्रीय प्रबंधक, खान प्रबंधक अपनी अपनी माइंसों में अपने मेहनत के बलबूते पर कंपनी को कितना लाभ या घाटा पहुंचाया इसका लेखा-जोखा होता है और उसी के हिसाब से आगे की रणनीति भी तय की जाती है।
कौन कितने पानी में
वित्तीय वर्ष पूर्ण होने में 45 दिन शेष हैं, 31 मार्च यानी कोयला टारगेट लक्ष्य प्राप्ति का अंतिम माह कौन खदान घाटा कौन लाभ में पहुंची कोल कंपनी कितने करोड़ के घाटे में या लाभ में पहुंची इसका लेखा-जोखा निकाला जाता है।सोहागपुर एरिया के 3 ओपन कास्ट खदानो मे धनपुरी,अमलाई,व शारदा ओसीएम और 4 भूमिगत खदानों बंगवार, दामिनी, राजेंद्रा व खैरहा माइंस से सोहागपुर एरिया वार्षिक कोयला उत्पादन टारगेट पूरा करने में महाप्रबंधक अथक प्रयास करते हुए अपने सभी उपक्षेत्रीय प्रबंधक, खान प्रबंधकों से सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कोयला उत्पादन टारगेट पूरने जोर दिया जा रहा है। यह तो भविष्य ही बताएगा कि कौन कितने पानी में है।
तीन खदान अग्रणी
आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो सोहागपुर एरिया की इस बार 3 खदानों, अमलाई ओसीएम/ बंगवार माइंस/ खैरहा माइंस अपने टारगेट को पाने में सफल हो जाऐगे । बाकी माइंसे, धनपुरी ओसीएम, शारदा ओसीएम, दामिनी माइंस, कोयला टारगेट पूरा करने में एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। देखना है टारगेट से कितना नजदीक तक पहुंचते हैं मार्च के अंतिम माह में देखने को मिलेगा।
अतिरिक्त लक्ष्य भेदन
अमलाई ओसीएम के खान प्रबंधक अनुराग शेखर दुबे ने बताया कि अमलाई ओसीएम को वार्षिक टारगेट 15 लाख 3 हजार टन दिया गया था जो समय के 3 माह पहले यानी 31 दिसंबर को ही 15 लाख 3 हजार टन पूरा करने में सफल हो गयी । अब एडिशन टारगेट करने में लगी है जो 5 लाख टन और किया जा रहा है जो 20 लाख टन किया जाएगा जो पर्यावरण की स्वीकृति है के अनुसार ही किया जा सकता है। इन दिनों सोहागपुर एरिया का सुहाग अमलाई ओसीएम के हाथों में।
पूरा है विश्वास
बंगवार, खान प्रबंधक प्रकाश पटले ने बताया कि वार्षिक टारगेट 6 लाख 50 हजार टन के एवज में 6 लाख13 हजार टन कोयला टारगेट किया जा चुका है शेष 37 हजार टन करना है। वही राजेंद्रा,खैरहा मांइस के क्षेत्रीय प्रबंधक मुकेश शर्मा कोयला टारगेट पूरा करने के लिए उत्पादन से जुड़े सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए उत्पादन और उत्पादकता देख रहे हैं। नए खान प्रबंधक एसपी सिंह उपक्षेत्रीय प्रबंधक में अच्छी तालमेल देखी जा रही है खदान में शिफ्टिंग का कार चल रहा है फिर भी मार्च माह तक 8 लाख 77 हजार टन कोला टारगेट पूरा करने में सफल होंगे राजेंद्रा भूमिगत माइंस के खान प्रबंधक राजेश खम्परिया वार्षिक टारगेट करने में एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं।ओवरहाल राजेंद्रा खैरहा सबएरिया का वार्षिक टारगेट पूरा हो जाएगा।
पूर्ण होगा टारगेट
सोहागपुर एरिया प्रतिदिन कोयला उत्पादन धनपुरी ओसीएम- 2500सौ, अमलाई ओसीएम 7000, शारदा ओसीएम 3500, खैरहा यूजी माइंस 2400, बंगवार यूजी माइंस 1500, दामिनी यूजी माइंस 900, राजेंद्रा यूजी माइंस 500, टोटल 18 हजार टन, के तकरीबन प्रतिदिन सुहागपुर एरिया का उत्पादन लगातार बढ़ते क्रम में जारी है संभवत अगर यही टारगेट जारी रहा तो सोहागपुर एरिया इस वर्ष अपना टारगेट पूरा करने में सफल हो सकेगा।