थायराइड की समस्या से परेशान दिव्याना का अस्पताल तक जाना था मुश्किल, एमएमयू के ज़रिए घर के पास पहुंचा अस्पताल, अब यहीं मिल रहा आसान और निःशुल्क इलाज
’थायराइड की समस्या से परेशान दिव्याना का अस्पताल तक जाना था मुश्किल, एमएमयू के ज़रिए घर के पास पहुंचा अस्पताल, अब यहीं मिल रहा आसान और निःशुल्क इलाज’
’मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत जिले में संचालित 4 एमएमयू वाहन द्वारा अब तक कुल 48 हजार से अधिक लोगों को मिला निःशुल्क स्वास्थ्य जांच और इलाज’
कोरिया 5 जून 2022/मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत संचालित मोबाइल मेडिकल यूनिट में 6 महीने से थायराइड का उपचार करा रहीं दिव्याना ने बताया कि बीमारी की वजह से मुझे चलने में भी समस्या होती थी इसलिए नियमित जांच के लिए अस्पताल तक जाना काफी मुश्किल था, जब से यहां एमएमयू आ रही है, क्षेत्र के लोगों को घर पहुंच अस्पताल की सुविधा मिली है। जिससे मुझे भी काफी लाभ हुआ है। नियमित जांच एवं दवाईयों से अब स्वास्थ्य काफी अच्छा है, दिव्याना कहती हैं कि यह योजना नियमित रूप से चलती रहे।
इस तरह ही पेट दर्द के इलाज के लिए आए रज्जाक खान ने बताया कि एमएमयू में जांच कराई, बीपी जांच कर डॉक्टरों ने मुझे निःशुल्क दवाइयां दी हैं। उन्होंने बताया कि एमएमयू द्वारा स्थानीय लोगों को अच्छा लाभ मिल रहा है जो हॉस्पिटल तक जाने में सक्षम नहीं है उनके लिए यह बहुत सुविधाजनक है, इसके लिए शासन का बहुत बहुत धन्यवाद।
’जिले में संचालित 4 एमएमयू द्वारा अब तक कुल 48 हजार से अधिक ने कराया निःशुल्क स्वास्थ्य जांच-’
वर्तमान में जिले में मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत सभी नगरीय निकायों में कुल 4 मोबाइल मेडिकल यूनिट का संचालन किया जा रहा है। जिसके माध्यम से शुरुआत से अब तक 48 हजार 140 मरीज लाभान्वित हुए, जिनमें से 33 हजार 821 लोगों को आवश्यक दवाईयां दी गयी तथा 14 हजार 112 का लैब टेस्ट हुआ है। ल
नगर पालिका निगम चिरमिरी में 2 एमएमयू संचालित है जिसके माध्यम से अब तक 41 हजार 532 मरीज लाभान्वित हुए, जिनमें से 28 हजार 823 लोगों को आवश्यक दवाईयां दी गयी तथा 11 हजार 398 का लैब टेस्ट हुआ है।
नगर पालिका परिषद बैकुण्ठपुर तथा शिवपुर चरचा में एमएमयू के द्वारा अब तक 2 हजार 937 मरीजों ने जांच कराकर, 2 हजार 118 ने आवश्यक दवाईयां तथा 1 हजार 337 ने लैब टेस्ट का लाभ उठाया है।
इसी प्रकार नगर पालिका परिषद मनेन्द्रगढ़ में अब तक 3 हजार 671 मरीजों ने जांच कराया, 2 हजार 880 को आवश्यक दवाईयां तथा 1 हजार 377 को लैब टेस्ट की सुविधा मिली है।