अमरकंटक के सौंदर्यीकरण और विकास को प्राथमिकता दे प्रदेश सरकार : श्रीधर शर्मा
तीर्थराज अमरकंटक लगभग 15 से अधिक दर्शनीय स्थलों से हैं सुसज्जित, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ सरकारों के नज़रअंदाजी के कारण कई प्राकृतिक दर्शनीय स्थल लड़ रहे अस्तित्व की लड़ाई
अमरकंटक/ माँ नर्मदा के नाम ले लेने और दर्शन मात्र से ही मन को एक विशेष आनंद की अनुभूति प्राप्त होती है और माँ नर्मदा का आंचल तो दर्जनों प्राकृतिक दार्शनिक स्थलों से सुसज्जित है, जिनकी प्राकृतिक छटा में भाव विभोर होकर एक बीमार व्यक्ति भी चंद दिनों में स्वयं को स्वस्थ महसूस करने लगता है और माँ नर्मदा का पावन सान्निध्य और प्यार से आज तक कोई भी भक्त वंचित नहीं रहा है। माँ नर्मदा के पावन धाम व माँ नर्मदा जी के उद्गम स्थल तीर्थ राज अमरकंटक में छत्तीसगढ़ शासन पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव सपरिवार हाजिरी लगाने पहुंचे और माँ नर्मदा की गोद का अपने परिजनों सहित सान्निध्य प्राप्त करते हुए दर्शन लाभ लिया। अमरकंटक में सोनमूड़ा रोड पर स्थित श्रीमाता सदन में मध्यप्रदेश कॉंग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव श्रीधर शर्मा ने आपका स्वागत किया और मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ सहित दोनों राज्यों की सीमाओं से लगे दर्शनीय व प्राकृतिक तीर्थ स्थलों के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए उन प्राकृतिक स्थलों के विकास को लेकर चर्चा हुई, जिससे कि इस पावन भूमि को न केवल भारत देश अपितु समूचे विश्व पटल पर एक धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाए और देश-विदेश के लोग माँ नर्मदा के पावन भूमि पर आकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें व यहाँ की पवित्र और सनातनी सभ्यता को देश-विदेश में भी स्थान प्राप्त हो।हालांकि पूर्व में भी मध्य-प्रदेश कॉंग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव श्रीधर शर्मा के द्वारा अमरकंटक के विकास को लेकर निरंतर आवाज बुलंद करते रहे हैं, और कई समाचार पत्रों व टी वी चैनलों सहित सोशल मीडिया के माध्यम से भी इस महत्वपूर्ण बात से दोनों प्रदेशों के मुखिया तक पहुंचाने का प्रयास किया गया है और उस दिशा में कुछ सार्थक परिणाम भी प्राप्त हुए हैं लेकिन दोनों प्रदेशों को इस ओर विशेष ध्यान व महत्व देने की आवश्यकता है। इस अवसर पर वीरू तंबोली, विनायक द्विवेदी, विक्की द्विवेदी ,हितेश तँबोली सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।