गोविंदा साइडिंग से जारी है कोयले की चोरी,रेलवे प्रशासन मौन
अनूपपुर(अविरल गौतम )कोतमा-जिले में सैकड़ों अवैध ईट भट्टे जगह जगह संचालित है अवैध रूप से ईटा का कारोबार फलफूल रहा है। निर्माता खनिज विभाग के बिना अनुमति के अवैध रूप से ईटों का निर्माण कर रहे हैं अवैध ईंट भट्ठों में सैकड़ों टन चोरी का कोयला खपाया जा रहा है बीते कई महीनों से लग रहे ईट भट्टों में ना जाने कितने टन चोरी का कोयला बड़ी आसानी से पहुँचाया जा रहा है और लगातार ईट भट्टों का लगना जारी भी है।
गोविंदा साइडिंग से दिन रात हो रहा कोयला चोरी-कहाँ से चोरी हो कर आता है और कहा बिक्री किया जाता है इसकी जानकारी बखूबी स्थानीय पुलिस प्रशासन सहित एस ई सी एल प्रबंधन एवं रेल्वे पुलिस को है इसके बावजूद भी अवैध कोयले से ईंट भटटा लगाया जा रहा और खपाया जा रहा।कोतमा भालूमाड़ा नगर सहित अन्य क्षेत्र में संचालित है। ऐसा नहीं है कि प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं है समय समय पर समाचार पत्रों द्वारा हो रही कोयले की चोरी व ईंट भट्ठों की खबरे समाचार पत्रों में प्रकाशित होती रहती है और कोई विभाग ऐसा नही है जिसको उक्त अवैध कारोबार की जानकारी नहीं है।परंतु कभी भी पुलिस प्रशासन खनिज विभाग एस ई सी एल प्रबंधन ने ना तो अवैध ईंट भट्टों पर दबिश दी और ना ही कोयले की आपूर्ति के संदर्भ में उनसे कोई सवाल ही पूछे गए।अगर आज भी अनूपपुर जिले के कोतमा भालूमाड़ा नगर में संचालित अवैध ईंट भट्ठों पर दबिश देकर कार्यवाही की जाए तो भारी मात्रा में चोरी का कोयला भी बरामद होगा। इसका पता लगा पाना पुलिस के लिए कठिन नहीं है परंतु पुलिस प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है जिसकी वजह से अवैध ईट भट्टों का कारोबार नगर में आसानी से फूल फल रहा है।
चंदा वसूली के दम चल रहा ईटा कारोबार- सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार ईट भटटा संचालकों से हर महीने संबंधित विभाग द्वारा चंदा वसूली कराई जाती है चंदा वसूली से परेशान ईट भटटा संचालक ने नाम न छापने की शर्त में बताया कि एस ई सी एल गार्ड सहित स्थानीय पुलिस रेल्वे आर पी एफ पुलिस द्वारा समय समय पर वसूली की जाती है जिससे हम अपने पुस्तैनी कार्य को छोड़ने पर मजबूर है जबकि हम लोगों के पास लाईसेन्स सहित संबंधित विभाग की अनुमति होने के साथ ही कोयला खरीदी का बिल रहता है फिर भी वसूली की जाती है।