पंचायत की तिकड़ी ने विकास निर्माण व योजनाओं को पहुंचाया गर्त में।
अनूपपुर अविरल गौतम )जनपद पंचायत जैतहरी ग्राम पंचायत बरगवां शासन द्वारा नियोजित योजनाओं को लेकर सर्वाधिक भ्रष्टाचार के लिए सुर्खियों में रहने वाला पंचायत है। जिसमे शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन में जमकर गफलत की गई बार-बार शिकायतों के बावजूद इन भ्रष्टाचारियों पर कार्यवाही ना होना साथ ही गरीब हितग्राहियों को उनके अनुरूप दी जाने वाली समस्त योजनाओं का लाभ सही समय व उपयुक्त हितग्राही को ना मिलना ऐसा लगता है की “मील का पत्थर साबित हो रहा है” बीपीएल कार्ड धारी जिनकी ग्राम पंचायत बरगवां में क्रमवार सूची होने के बावजूद कुछ तथाकथित छटभैया नेताओं के द्वारा खुर्द बुर्ध कर दिया गया है आज के परिवेश में जब हर व्यक्ति को शासन के द्वारा निर्धारित मापदंडों के आधार पर उनकी योग्यता के अनुरूप क्रमवार संख्या में लाभ देना है वहां इन लोगों के द्वारा क्रमशः योजना का लाभ ना देकर अभी कुछ दिनों पहले जिनके नाम बीपीएल सूची में दर्ज किए गए हैं ऐसे लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना संबल योजना हितग्राही पेंशन योजना सहित कृषि सम्मान निधि जैसी जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ कमीशन खोरी की प्रथम प्राथमिकता के आधार में दिलाने के लिए पंचायत सचिव फन्ने खां और पंचायत का भृत्य तुर्रम खान बनकर लोगों से योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर राशि हजम कर लिया जा रहा है जिसके कारण ग्राम पंचायत में स्वीकृत प्रधानमंत्री आवास योजना अधर पर लटकी हुई है कारण यह है कि प्रथम किस्त जारी होने पर ही इन लोगों के द्वारा हितग्राही से 5 से ₹10000 की मांग की जाती है और यह कहा जाता है कि बिना प्रतीक्षा सूची व पहले नाम होने के उपरांत भी हमारे द्वारा तुम्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाया जाएगा इस प्रकार राशि हड़पने के लिए इनके द्वारा किए गए कृत्य के कारण कितने प्रधानमंत्री आवास भवन निर्माण की नींव में और अधर पर लटका हुआ है। ग्राम पंचायत बरगवां का एक पंच ऐसा भी है जिसके द्वारा भवनों के निर्माण का ठेका ले लिया जाता है और जमकर गरीब हितग्राहियों को मिलने वाली प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि को बरसों से लूटने में मशगूल है नाम तो हीरा है किंतु इनके कृत्य इस प्रकार हैं कि भ्रष्टाचार को भी एक बार इनके सामने लज्जा आ जाएगी चेहरे देख देख कर ऐसे लोगों के नाम इस योजना के लिए प्रस्तावित किए जा रहे हैं जिन्हें पूर्व में इंदिरा आवास योजना का लाभ मिल चुका है साथ ही अभी-अभी बीपीएल सूची में दर्ज हुए गरीब अपात्र लोगों को जमकर भ्रष्टाचार के उद्देश्य से योजनाओं का लाभ स्वीकृत कराया जा रहा है। चेहरे की मासूमियत और गरीबी का ताना-बाना ओडे बेईमान पंचायत भृत्य सरपंच और सचिव की चापलूसी कर गरीब हितग्राहियों के साथ सीधे मुंह बात नहीं करता और पूरे पंचायत का अपने आप को कर्ता-धर्ता मानकर लोगों के साथ में अभद्रता पूर्ण व्यवहार करते हुए गरीब हितग्राहियों को मिलने वाले लाभ से वंचित करने का दुष्प्रयास निरंतर किया जा रहा है। इसके द्वारा जब तक किसी गरीब हितग्राही के द्वारा 500 रुपए के पत्ते नहीं दिए जाते तब तक इस व्यक्ति के द्वारा ना तो सही जानकारी दी जाती है, और ना योजना का पात्र व्यक्ति इसकी बातों से संतुष्ट हो सकता है।कुछ बोलने पर तुरंत ही ग्राम पंचायत भवन के मुख्य द्वार पर ताले लटकाने में माहिर है।
ग्राम पंचायत में पदस्थ सचिव ऐंठवाज एवं अड़ियल प्रवृत्ति का होने के कारण इसके द्वारा जैसे शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन सही ढंग से ना करने की कसम खाई हुई है,यही नहीं इन महाशय के द्वारा यह कहा जाता है कि कितनी भी शिकायत कर लो मेरा कुछ नहीं होने वाला तो ऐसा प्रतीत होता है इसके द्वारा कहे जा रहे शब्द लोगों की नजरों में सही भी हो रहे हैं कारण यह है की सचिव की हरकतों व निर्माण कार्यों में किए गए व्यापक तौर पर भ्रष्टाचार को लेकर कई बार सीएम हेल्पलाइन व संबंधित विभागों के अधिकारियों को शिकायत की गई किंतु वह सारी शिकायतें एक ठंडे बस्ते में चला गया इस पर यह भी मान लिया गया की यह अड़ियल सचिव बार-बार नाफरमानी करता रहा और ग्राम पंचायत बरगवां को भ्रष्टाचार की खाई में धकेल दिया फिर भी परिणाम शून्य रहा। यही नहीं पंचायत सचिव अपने आप को मंत्री का चहेता अपने मुंह से बार-बार लोगों को चेताने के साथ इशारे भी करता रहता है महाशय के ऊपर बताया जाता है कि मंत्री जी का संरक्षण प्राप्त है, इसलिए कुछ भी नहीं होगा।
बड़ी विडंबना है कि किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ग्राम पंचायत के किसानों को जो कि अपात्र की श्रेणी में आते हैं यही नहीं भूमि तो है किंतु उस भूमि पर 15-20 वर्षों से हल नहीं चला खेती नहीं हुई किंतु ऐसे लोगों को जिनके द्वारा खेती के नाम पर एक दाना उत्पादन नहीं किया जाता किंतु उन्हें किसान सम्मान निधि योजना का लाभ निरंतर प्राप्त हो रहा है यही नहीं कुछ ऐसे कृषक हैं जिनकी भू मि नहीं फिर भी उनके खातों में सम्मान निधि की राशि प्रदाय की जा रही है।
ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत बरगवां के संबल योजना अंतर्गत आने वाले गरीब हितग्राही परिवारों की सूची को उलट पलट कर व्यापक तौर पर गड़बड़ियां की गई है। जिसके कारण पात्र हितग्राही को संबल योजना का लाभ सही समय अवसर पर नहीं मिल पा रहा कारण यह है कि ऐसे अपात्र लोगों के नाम सूची में दर्ज कर दिए गए हैं जिसके कारण संबल योजना का लाभ ना तो अपात्र लोगों को मिल पा रहा है और ना ही पात्र लोगों को इस प्रकार शासन के द्वारा किए गए सर्वे के आधार पर जिनके नाम संबल योजना में आने चाहिए किंतु कुछ तथाकथित लुटेरों के द्वारा शासन की योजनाओं को पलीता लगाने के उद्देश्य से क्रमशः मिलने वाली लाभ को खुर्द बर्द कर दिया गया है। साथ ही एक सबसे बड़ा कारण यह भी है की प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत ऐसे पात्र हितग्राहियों को इसका लाभ दिया जाना सुनिश्चित किया गया है जिन्हें पूर्व में इंदिरा आवास योजना का लाभ मिल चुका है। ऐसे लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं देना है,किंतु ग्राम पंचायत सचिव अपनी तानाशाही रवैया के चलते बिना सूची का निरीक्षण किए बिना चपरासी के कहे अनुसार जिन्हें नहीं मिलना चाहिए प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ उनका नाम कमीशन लेकर प्रथम अवसर पर लाभ दिलाया जा रहा है, जो की पूर्णता नियम के विरुद्ध है। पीएम आवास के लिए बनाए गए नियमों को धता बताते हुए सचिव फन्ने खां और ग्राम पंचायत भृत्य अपने कृत्यों के कारण इस प्रकार छाए हुए हैं की आए दिन इनके पीछे पात्र हितग्राही गरीब परिवार चक्कर काटते रहते हैं, किंतु उन्हें इनके द्वारा निराश ही किया जाता है और अगर धोखे से एकाध को इस योजना का लाभ मिल गया तो इनकी कमीशन की वजह से उसका भवन पूर्णता की ओर नहीं जा सकता। लासा अभी यह खुलासा बहुत कम मात्रा में किया गया है इनके द्वारा और कैसे कैसे कारनामों को अंजाम दिया गया है जोकि पंचायत क्षेत्र की गरीब जनता के साथ इन मुफ्त खोरो व भ्रष्टाचारियों ने हर अवसर पर गफलत किया है। ग्रामीणों की आशा भरी निगाहें अब ऐसे ईमानदार अधिकारी की ओर देख रही है जिनके द्वारा गले तक भ्रष्टाचार में डूबे इन तिकड़म बाजो पर कब होगी कार्यवाही।