जिला प्रशासन व यातायात विभाग की कार्रवाई का असर हुआ नाकाम
शहडोल।(अविरल गौतम) जिला प्रशासन कार्रवाई के बाद भी बस संचालकों के द्वारा बसों में ठूंस ठूंस कर सवारियां भरी जा रही प्रशासन की कार्रवाई बेअसर होते हुए नजर आ रही।
सीधी बस कांड हृदय विदारक घटना के होने के बावजूद यातायात विभाग व जिला प्रशासन की मुस्तैदी महज कुछ दिनों के लिए दिखावा साबित हुई।
इस प्रकार सड़कों पर ताबड़तोड़ बस का संचालन बसों की स्थिति अत्यंत दयनीय होने के साथ-साथ उन वाहनों के परमिट फिटनेस इंश्योरेंस दुरुस्त नहीं होते फिर भी सभी नियमों को ताक में रखते हुए बस के अंदर उसकी क्षमता से ज्यादा ठूंस ठूंस कर सवारियों को भरे जाते हैं ज्ञात हो कि कोरोना काल के समय इन बस संचालकों के द्वारा अपने गंतव्य की ओर रवाना हो रहे लोगों को दुगना तिगुना राशि किराए के नाम पर वसूल कर पहुंचाया गया। सूत्रों के मुताबिक मिली जानकारी के अनुसार इन दिनों बस मालिकों के द्वारा अपनी मर्जी से वाहनों के किराए में सवारियों से निर्धारित मूल्य से ज्यादा किराया वसूली किया जा रहा है।
ऐसे वाहनों पर पूर्णता संचालन पर प्रतिबंध लगाते हुए इनके परमिट फिटनेस व इंश्योरेंस रद्द किए जाने चाहिए, जिससे इनके द्वारा किए जा रहे अवैधानिक कार्य पर अंकुश लग सके।