अबोध बालक को मिला माता.पिता का साया बाल कल्याण समिति शहडोल का प्रयास लाया रंग

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शहडोल 16 दिसंबर 2021- बाल कल्याईण समिति शहडोल के प्रयास से एक अबोध बच्चेक को माता.पिता का साया मिल गया। अपने जिगर के टुकड़े को झारखण्ड् राज्या के पाकुड़ जिले के परिजनों को समिति द्वारा संबंधित राज्यर को स्थाणनान्तारण पश्चापत स्थापनीय जिला बाल संरक्षण इकाई जिला पाकुड़ के माध्य‍म से नियमानुसार कार्यवाही उपरांत जैसे ही बालक को सौंपा गया उनकी ऑखें आंसुओं से तर.बतर हो गई । उल्लेेखनीय है कि तीन वर्ष पूर्व शहडोल जिले के ब्यौओहारी तहसील क्षेत्रान्तेर्गत ग्राम पपौंध में लगभग ग्याोरह वर्षीय एक मासूम लावारिश बालक प्राप्तह हुआ था जिसे ग्राम वासियों के सूचना उपरांत बाल कल्यािण समिति शहडोल के समक्ष प्रस्तुरत किया गया था । समि‍ति के सदस्योंक के निरन्तशर प्रयास से तीन साल बाद मासूम के परिजनों का पता लगा पाने में सफलता प्राप्तर हुई । इस प्रकार एक मासूम को माता.पिता का साया मिला एवं माता दृपिता अपने बिछड़े हुए पुत्र को पाकर गदगद है ।
फिंगर प्रिन्टप से लगा सुराग
बाल कल्यासण समिति के अध्य.क्ष श्री प्रदीप सिंह ने बताया कि लगभग तीन वर्ष पूर्व ब्यौछहारी तहसील के ग्राम पपौंध में लगभग नौ वर्षीय मासूम जो कि अपना नाम और गृह स्था‍न का पता बता पाने में असमर्थ था । पपौंध थाना के माध्यनम से बालक को बाल कल्यापण समिति शहडोल के समक्ष लाया गया जहॉ समिति के आदेशानुसार अस्था यी रूप से ममता बाल गृह अनूपपुर की सुरक्षित अभिरक्षा में रखा गया । अध्याक्ष श्री प्रदीप सिंह ने आगे बताया कि मासूम का नाम भोदुल रखा गया एवं अनूपपुर विभागीय अधिकारियों द्वारा उक्त बालक का नाम अद्ववित रखा गया । इसी क्रम में मासूम का आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई जिसमें उसकी उंगलियों की फिंगर प्रिन्ट आधार मशीन में झारखण्डप राज्यं के पाकुड़ जिले अंतर्गत ग्राम झिकारहटी निवासी के रूप में मिलान हुआ । तत्पश्चा‍त नियमानुसार संबंधित जिले के जिला बाल संरक्षण इकाई के माध्यपम से गृह सत्याीपन कराया गया जिसमें मासूम एवं उसके परिजनों की पहचान एवं दस्तातवेजों का सत्यायपन कराया गया । प्रकिया उपरांत संबंधित राज्या के जिला बाल संरक्षण इकाई के माध्य्म से बालक को उनके जैविक परिजनों को सौंपा गया । परिजनों द्वारा अपने मासूम को तीन साल बाद पाकर उनके खुशी का ठिकाना न रहा ।
इनका रहा सराहनीय योगदान
अपने परिवार से बिछड़े मासूम को उसके परिजनों से मिलाने में जिला बाल संरक्षण अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग अनूपपुर श्री विनोद परस्तेे, सहायक संचालक श्रीमती मंजूषा शर्मा एवं बाल कल्यारण समिति अनूपपुर के समस्त सदस्यल, जिला बाल संरक्षण अधिकारी म0बा0वि0 शहडोल श्रीमती शालिनी तिवारी, सहायक संचालक श्री अखिलेश मिश्रा, बाल कल्या ण समिति शहडोल के अध्य क्ष श्री प्रदीप सिंहए सदस्यर श्री शीतल पोददार, श्री संतोष मिश्रा, श्रीमती भारती शुक्लाय, श्री अभिषेक श्रीवास्तीव व समस्तम आई0सी0पी0एस0 शहडोल स्टारफ, विशेष किशोर पुलिस इकाई एवं चाईल्डी लाईन शहडोल का सराहनीय योगदान रहा ।

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