डीएफओ साहब !ओएनजीसी से कैसी है रिश्ते दारी , बेपराधी को सजा तो अपराधी को गुपचुप नोटिस का बहाना

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कंपनी के जिम्मेदार ,कोविड 19 का नही कर रहे पालन
नियम विरुद्ध वाहन दौड़ाकर पुलिस विभाग के जिम्मेदारों पर बढ़ रहे भारी


अनूपपुर (अविरल गौतम ) जिले में ओएनजीसी कंपनी के द्वारा बिना अनुमति के वन भूमि का उपयोग कर वन संपदा को नष्ट किया जा रहा है विगत दिवस जब कंपनी के कारनामों को उजागर करते हुए जिले के मीडिया प्रतिनिधियों द्वारा विभाग के जिम्मेदारों पर नियम कानून को दरकिनार कर काम किए जाने का सवाल खड़ा हुआ तो तक आनन-फानन में विभाग के जिम्मेदारों द्वारा ओएनजीसी कंपनी द्वारा लगातार किए जा रहे 1 अपराध से अपना हाथ साफ करते हुए वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने अपराध को लेकर नोटिस दिए जाने का बहाना बता कर अपना पल्ला झाड़ना चाहा लेकिन मजे की बात तो यह है कि अगर आम व्यक्ति जंगलों में घूमते हुए मिल जाता है तो वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों द्वारा उसे जबरदस्ती का शिकारी एवं वन अपराधी बताकर जेल भिजवा देते हैं जबकि कंपनी के द्वारा लगभग 3 महीने से जिम्मेदारों के गले में रस्सी बांधकर लगातार वन अधिनियम का पालन किए बिना 1 अपराध किया जा रहा है उसे 3 माह तक अंजान बने अधिकारी कर्मचारियों ने संबंधित समाचारों के प्रकाशन के बाद अपने आप को पाक साफ दर्शाने के लिए नोटिस देने का बहाना बताकर हाथ साफ करते देखे जा रहे हैं वही लोगों की माने तो ओएनजीसी कंपनी का मोनो चिपकाकर विभाग द्वारा वन मार्ग की अनुमति की आड़ में कंपनी के द्वारा जंगलों को लगातार तहस-नहस किया जा रहा है और जिले में बैठे अधिकारी कर्मचारी तमाशबीन बनकर तमाशा देख रहे हैं इतना ही नहीं कंपनी के द्वारा सैकड़ों वाहन नियम कानून को धता बताते हुए पुलिस के सामने फराटे मार कर दौड़ रहे हैं । इनके द्वारा ना तो कोरोना वायरस संक्रमण के गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है । ना ही सर्वे के दौरान परिचालन में उपयोग किए गए वाहन का कंपनी में चलाए जा रहे टैक्सी परमिट के वाहनों के अधिकांश चालक जो बिना कमर्शियल लाइसेंस के वाहनों को दौड़ा रहे हैं तो वही सीट बेल्ट व अन्य गाइडलाइन का पालन बिल्कुल नहीं किया जा रहा साथ ही जहां एक और देशभर में कोरोनावायरस को लेकर शासन प्रशासन मैं बैठे जिम्मेदार आमजन के जान बचाने की तैयारी में जुटे हुए हैं यहां तक की प्राइवेट एवं सरकारी सेक्टरों के काम आज 2 माह से बंद पड़े हुए हैं वही ओएनजीसी कंपनी के द्वारा सैकड़ों की तादात में श्रमिकों से बिना कोरोनावायरस के गाइडलाइन का पालन किए काम किया जा रहा है इनके द्वारा प्रत्येक वाहन में जहां कोविड-19 के तहत चालक सहित तीन लोग की अनुमति दी जाती है लेकिन ओएनजीसी कंपनी के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा चार पहिया वाहन में ईट फुल करके श्रमिकों को बिना सुरक्षा व्यवस्था दिलाएं कायम प्रतिशत ले जाया जा रहा है कंपनी के जिम्मेदारों द्वारा शासन प्रशासन में बैठे अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक कर सेंट्रल गवर्नमेंट का काम बताते हुए कई जगह बिना अनुमति के वाहनों को दौड़ा देना जंगलों में वन मार्ग की अनुमति के बिना केबल बिछाकर मनमानी रास्ते से वाहनों को दौड़ आते भी है दिल करना का काम किया जाता है जहां जंगलों में जंगली जानवरों को भारी नुकसान सहना पड़ रहा कारण की इनके द्वारा ड्रिल मशीन के द्वारा बोर करने के बाद धमाकेदार ब्लास्टिंग की जाती है जिससे आसपास की धरती तक हिल जाती है उस भय के कारण कई जंगली जानवर तहस-नहस हो जाते हैं प्राप्त जानकारी के मुताबिक ओएनजीसी कंपनी के जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों द्वारा 5 से 10 वाहनों का अनुमति लेने के बाद सैकड़ों की तादात में वाहन एवं मशीनरी नियम विरुद्ध तरीके से दौड़ाया जा रहा है साथ नहीं जिले में बढ़ते संक्रमण को लेकर कलेक्टर के द्वारा प्रतिबंधित किए जाने के बावजूद भी नियम विरुद्ध चार पहिया वाहनों में ओवरलोड श्रमिकों की सवारी लेकर यात्रा की जा रही है जबकि नगर में संक्रमण को मद्देनजर रखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा पॉइंट बनाकर वाहनों की चेकिंग के लिए जगह जगह चेक पोस्ट बनाए जाते हैं जब पुलिस पूछताछ करती है तो इनके द्वारा कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से बड़े अधिकारियों से बात करनी कराने की डांस बता कर वाहनों को दौड़ाया जा रहा है इनके लिए धारा 144 का बिल्कुल पालन नहीं किया जा रहा नाही मास्क सोशल डिस्टेंशन वाह श्रमिकों के सेफ्टी शूज सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है उसके बावजूद भी शासन प्रशासन में बैठे जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा 188 की कार्यवाही करने में असमर्थ देखे जा रहे हैं

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