डॉ. हर्ष वर्धन ने स्वास्थ्य मंत्रालय और नाको द्वारा आयोजित पहले रेड रिबन क्विज कॉम्पटिशन के ग्रैंड फ़िनाले का उद्घाटन किया
नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा आयोजित पहले रेड रिबन क्विज कॉम्पटिशन के ग्रैंड फ़िनाले का उद्घाटन किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे भी उपस्थित रहे।
उद्घाटन अवसर पर अपने संबोधन में डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि यह मेरे लिए गौरव का क्षण है क्योंकि मैं आज यहां राष्ट्रीय युवा दिवस 2021 के अवसर पर उपस्थित हूं। हम यह दिवस अपने युवाओं की उपलब्धियों का उत्सव मनाने के लिए आयोजित करते हैं। इस दिवस का आयोजन स्वामी विवेकानंद की जन्म जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया जाता है। स्वामी विवेकानंद के उच्च आदर्श भारत के युवाओं के प्रेरणा स्रोत रहे हैं।
भारत के जनसांख्यिकीय लाभांश पर जोर देते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि भारत की जनसंख्या को वृद्ध होते विश्व में सबसे युवा देश की संज्ञा दी जाती है। मध्यम उम्र के लोगों की संख्या में कमी आ रही है और भारत में इतने अधिक संख्या में युवा इससे पहले कभी नहीं थे। सामाजिक और आर्थिक प्रगति के लिए ऐसी क्षमता आगे फिर कभी नहीं होगी। महत्वाकांक्षी युवा लोगों की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए क्या उपाय किए जा रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि लाभांश का दायरा बढ़ाने के लिए भारत अपनी कार्य करने योग्य युवा जनसंख्या को नौकरी और अन्य आय के संभावित स्रोत उपलब्ध कराने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। एक विश्लेषण के अंतर्गत यह निष्कर्ष सामने आया है कि अच्छे स्वास्थ्य, अच्छी शिक्षा, जीवन यापन के लिए अवसर और निर्णय प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर सहभागिता से जीवन स्तर की गुणवत्ता में सुधार निश्चित होता है और यह सुनिश्चित कर सकता है कि भारत इस लाभांश का उत्सव मनाए।
राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संस्थान (नाको) को इस पहले रेड रिबन क्लब क्विज कंपटीशन के आयोजन के लिए बधाई देते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि मैं नाको और राज्यों की एड्स नियंत्रण सोसाइटियों को जिला, राज्य और क्षेत्रीय स्तर पर इस आयोजन हेतु बधाई देता हूं, जिसमें संपूर्ण भारत से 5 हजार से अधिक कॉलेज प्रतिभागी बने हैं। युवाओं में ज्ञान की परंपरा के सृजन में क्विज़ एक सर्वोत्कृष्ट पद्धति है। यह उन्हें उनके वर्तमान ज्ञान के स्तर का आकलन करने और नए विषयों के प्रति रुचि पैदा करने में अहम भूमिका अदा करता है।
उन्होंने रेखांकित किया कि नाको वर्ष 2005 से 50,000 से अधिक विद्यालयों में एनसीईआरटी के साथ सहभागिता कर किशोरावस्था शिक्षा कार्यक्रम का क्रियान्वयन कर रहा है। नको ने 12,500 रेड रिबन क्लब की स्थापना की है ताकि कॉलेज जाने वाले युवाओं तक उसकी पहुंच संभव हो। इस कार्यक्रम के अंतर्गत प्रोत्साहन और एहतियाती उपायों के माध्यम से एक समग्र कार्यक्रम चलाया जाता है जो विशेष रूप से एचआईवी से बचाव, देखभाल एवं मदद और उपचार, प्रभाव कम करने, लांछन कम करने और स्वेच्छा से रक्तदान करने आदि क्षेत्रों में काम करता है। मुझे विश्व एड्स दिवस 2019 के अवसर पर संपूर्ण भारत में 300 सबसे बेहतर कार्य कर रही आरआरसी को बधाई देने का अवसर प्राप्त हुआ था।
वर्तमान कोविड-19 महामारी के दौरान स्वास्थ्य से जुड़े कुछ अहम पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता महसूस की गयी। विशेष रूप से अच्छे स्वास्थ्य के लिए स्वच्छता, पोषण, सकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य और मानसिक भलाई की महत्ता को समझा गया।
मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि तनाव के समय में आप एक साथ आएं और अपने किसी चिर परिचित को तनाव से मुक्त करने में अपना योगदान दें। हमने साथ मिलकर एक लंबा सफर तय किया है और हम ऐसी किसी भी कठिनाई को दूर करने के लिए प्रयास कर सकते हैं। स्वस्थ जीवन के महत्व पर जोर देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा मैं इसे फिर से दोहराना चाहता हूं कि दक्ष युवा कार्य बल के लिए अच्छा स्वास्थ्य पहली आवश्यकता है। ऐसे में यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि युवाओं को यह समझना होगा कि स्वस्थ जीवन के लिए अपनी जीवन शैली को बेहतर करने पर ध्यान दें और अच्छी आदतों के अनुकरण करने को महत्व दें। जागरूकता सृजन वह बुनियादी प्रयास है जिससे सजग जीवन शैली अपनाने के लिए लोगों की मदद की जा सकती है। ऐसे में आज का यह आयोजन अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है, विशेष रूप से एचआईवी एड्स और अन्य स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों की सूचनाओं को प्रसारित करने के संदर्भ में।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विषय में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत सरकार इस दिशा में लंबी छलांग लगा रही है और नए भारत तथा बेहतर भारत की संकल्पना को साकार करने के लिए परिवर्तनकारी नई नीतियां लागू कर रही है। हमारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 यह सुनिश्चित करती है कि स्कूलों के पाठ्यक्रम में स्वास्थ्य एवं साफ-सफाई को भी महत्वपूर्ण स्थान दिया जाए। यह नीति किशोरावस्था में स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियां और उनके स्वास्थ्य देखभाल के लिए दीर्घ अवधि की निवेश की आवश्यकताओं पर जोर देती है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की संकल्पना भारत को विश्व में ज्ञान का सुपर पावर बनाना है। यह परिष्कृत ज्ञान के विकास, भारत के युवाओं में सामाजिक और शारीरिक तत्परता को भी बढ़ावा देने में मदद करेगी।
इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री अश्विनी कुमार चौबे ने स्वामी विवेकानंद को स्मरण करते हुए इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि देश का युवा उनके उच्च आदर्शों को प्राप्त करने के लिए सही दिशा में प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि मैंने वर्तमान महामारी और उसके चलते देश व्यापी लॉकडाउन के दौरान अनेकों युवाओं को अपने कौशल को परिष्कृत करते और नए विचारों के साथ आगे आते हुए देखा है। आज का युवा देश का भविष्य है। ऐसी प्रतिस्पर्धाओं से देश के युवाओं को और बेहतर बनने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने भी नवाचार और क्षमता निर्माण को प्राथमिकता दी है।
अपने संबोधन के आखिर में डॉक्टर हर्षवर्धन ने दोहराया कि युवा हमारे देश का भविष्य है और हमारी सरकार का लक्ष्य युवाओं को नव उद्यमी, निर्माता, सृजनकर्ता और भविष्य के भारत का नेतृत्व कर्ता बनाना है।
संयुक्त सचिव (स्वास्थ्य) श्री आलोक सक्सेना और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस कार्यक्रम के अवसर पर उपस्थित थे।