अधिकारी ही अधिकारी को फसाने के लिए बनाया जाल बचाने वाले को ही बना दिया आरोपी
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की जांच कार्यवाही पर खड़े हुए सवाल
जिले की यातायात व्यवस्था की कमान संभालने वाली पूर्व महिला सूबेदार स्वेता शर्मा अपने ही विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा बुने गए जाल में फंसकर उलझ गई हैं स्वेता शर्मा की माने तो उन्होंने एक ट्रक ड्राइवर की जान बचाने का काम किया लेकिन उन्हें क्या मालूम था विभाग के ही भस्मासुर का वह शिकार बन जाएंगी एक महिला सूबेदार अधिकारी ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें झूठे मामले में फसाने के लिए पूरा चक्रव्यूह रचा गया और इसमें कई लोग शामिल हैं 22 जुलाई 2020 को ट्रक ड्राइवर के साथ हुई घटना के मामले में यातायात प्रभारी सूबेदार स्वेता शर्मा के विरुद्ध मामला पंजीबद्ध होने के बाद सूबेदार ने सारी हकीकत बयां की है
अनूपपुर lजिले की यातायात प्रभारी रही सूबेदार स्वेता शर्मा ने बताया कि 22 जुलाई 2020 को वह वाहन चेकिंग नेशनल हाईवे बकही के पास कर रही थी तभी उन्हें विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का निर्देश प्राप्त हुआ कि कुछ अवैध कोयले की गाड़ियां निकलने वाली हैं इसी बीच एक ट्रक जिसका क्रमांक एमपी 17 एच एच 0 951 सड़क पर अचानक मुड़कर भागने की कोशिश करने लगा जिसका पीछा कर सूबेदार स्वेता शर्मा ने पकड़ने का प्रयास किया तभी ट्रक चालक ज्ञानेंद्र सिंह परिहार और मुन्ना ट्रक से भागने लगे तथा ज्ञानेंद्र सिंह परिहार गड्ढे में गिर गया और उसे गंभीर चोट लग गई जिन को पकड़कर सूबेदार स्वेता शर्मा ने उनकी जान बचाने हेतु अनूपपुर कोतवाली पुलिस को सूचना दी जहां मौके पर कोतवाली का वाहन तथा सहायक उपनिरीक्षक अजय बैगा का और उनके साथ कर्मचारी पहुंच गए जिन के हवाले आरोपी ज्ञानेंद्र सिंह परिहार को घायल अवस्था में स्वेता शर्मा ने सौंप दिया यह मामला कोल माफिया से जुड़ा हुआ था इसलिए कार्रवाई के बाद विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के भी हाथ पांव फूल गए और बलि का बकरा सूबेदार स्वेता शर्मा को बना दिया गया
लगा मारपीट करने का आरोप
भागते वक्त ट्रक ड्राइवर ज्ञानेंद्र सिंह परिहार गड्ढे में गिरने के बाद बुरी तरह से घायल हो गया था वही उसका साथी मुन्ना भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुका था घायल अवस्था में ज्ञानेंद्र सिंह परिहार को इलाज के लिए रेफर कर दिया गया। तो वही शिकायत कराई गई की यातायात प्रभारी ने उनके साथ मारपीट की जबकि यातायात प्रभारी का कहना है कि उन्होंने कोई मारपीट नहीं की बल्कि उसकी जान बचाने का काम किया जिसका वीडियो भी उनके पास मौजूद है लेकिन सारे साक्ष्यों को दरकिनार करते हुए पुलिस विभाग के जांच अधिकारी मनमानी करते हुए एक तरफा कार्यवाही की नियत से जांच शुरू कर दी।
जांच अधिकारी बदलने की की थी मांग
यातायात प्रभारी सूबेदार स्वेता शर्मा ने ट्रक ड्राइवर के साथ हुई घटना के मामले में जांच कर रहे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन से जांच न कराने की मांग को लेकर सूबेदार स्वेता शर्मा ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष अपनी बात रखी लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई पुलिस अधीक्षक मांगीलाल सोलंकी ने उन्हें पूरा भरोसा दिया कि उनके साथ न्याय होगा लेकिन नतीजा कुछ और ही निकलकर सामने आया
सूबेदार ने लगाएं गंभीर आरोप
पूर्व यातायात प्रभारी सूबेदार स्वेता शर्मा ने जांच अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन पर गंभीर आरोप लगाया कहा कि वह चरित्र के सही व्यक्ति नहीं है उनकी नियत से पहले ही हमें प्रतीत होता था कि वह हमारे साथ गलत करेंगे तभी हमने जांच अधिकारी बदलने की पुलिस अधीक्षक से मांग की थी लेकिन हमारी सुनी नहीं गई और आज हमारे ऊपर झूठा मामला दर्ज करा दिया गया यातायात विभाग में हमने मुंह मांगी कीमत अदा नहीं कर पाई जिसके कारण से हमें फंसा कर परेशान किया जा रहा है
धमका कर लिया गया बयान
पूर्व यातायात प्रभारी स्वेता शर्मा ने बताया कि उनके खिलाफ हुई शिकायत के मामले में जांच अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन ने गवाहों को डरा धमकाकर बयान लिया इतना ही नहीं कई गवाहों के बयान मनमर्जी के मुताबिक बना लिए गए और उनके घर भेज कर केवल हस्ताक्षर करा लिए गए इस तरह से उन्हें फंसाने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने पूरी मनमर्जी के तहत काम किया है
मंत्री के सामने दिया था भरोसा
सूबेदार स्वेता शर्मा के खिलाफ शिकायत आने के बाद अनूपपुर पुलिस अधीक्षक मांगीलाल सोलंकी ने उन्हें निलंबित कर दिया जब यह मामला प्रदेश के कैबिनेट मंत्री बिसाहूलाल सिंह के सामने पहुंचा तो मंत्री के सामने पुलिस अधीक्षक ने निष्पक्ष जांच का भरोसा देते हुए कहा कि उनके रहते कोई गलत कारवाही नहीं होगी लेकिन सूबेदार स्वेता शर्मा का कहना है कि उनके साथ इस मामले में झूठा मामला पंजीबद्ध किया गया
दर्ज हुआ मामला
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन द्वारा ट्रक ड्राइवर के साथ हुई मारपीट के मामले में पूर्व यातायात प्रभारी स्वेता शर्मा के विरुद्ध मामला पंजीबद्ध करते हुए डायरी को शहडोल जिले के लिए भेज दिया गया है
इनका कहना है
हमारे द्वारा तथ्यों के आधार पर जांच की गई है किसी को आरोप लगाना है तो वह स्वतंत्र है जांच में जो सही पाया गया वह हमने वरिष्ठ अधिकारियों को प्रस्तुत कर लिया है
अभिषेक राजन
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनूपपुर
इनका कहना है
सूबेदार स्वेता शर्मा के मामले में जांच पूरी हो चुकी है और वह दूसरे जिले में जा चुकी है हमारे हाथ में अब कुछ भी नहीं है उन्हें जो भी पक्ष रखना है वह न्यायालय में रखें किसी के ऊपर कुछ भी आरोप लगाना ठीक बात नहीं है
मांगीलाल सोलंकी
पुलिस अधीक्षक अनूपपुर