जशपुर जिले में संसदीय सचिव चिन्तामणी महाराज ने किया गोधन न्याय योजना का शुभांरभ
रायपुर, छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना का आज जशपुर जिले के मनोरा विकासखंड के ग्राम रेमने में संसदीय सचिव श्री चिन्तामणी महाराज ने शुभांरभ किया। श्री चिन्तामणी महाराज ने हरेली पर्व की शुभकानाएं देते हुए कहा कि आज हरेली पर्व के अवसर पर प्रदेश के सभी जिलों के गौठानों में गोधन न्याय योजना का शुभारंभ हो रहा है। उन्होंने कहा कि हरेली पर्व के दिन पशुधन के साथ कृषि औजारों की भी पूजा की जाती है। छत्तीसगढ़ में हरेली पर्व हर्षाेल्लास से मनाया जाता है। छत्तीसगढ़ शासन ने नरवा, गरूवा, घुरूवा बाड़ी योजना शुरू किया है। उन्होंने कहा कि गौठानों में किसानों से 2 रुपए किलो मेें गोबर खरीदी जाएगी।
श्री चिन्तामणि महाराज ने कहा कि यह बड़ी खुशी की बात है कि जशपुर जिले के 64 गौठानों में आज से गोबर की खरीदी प्रारंभ हो गई है। गौठान समितियों को शासन द्वारा 70 हजार रूपए की राशि दी गई है ताकि स्व-सहायता समूह एवं गौठान समूह मिलकर गोबर की खरीदी कर सकंे और वर्मी कम्पोस्ट बनाया जा सके। गौठानों में चरवाहे की भी व्यवस्था की गई है, जिन्हें गौठान समिति द्वारा 3 हजार मानदेय दिया जाएगा। इस मौके पर श्री चिन्तामणी महाराज ने स्व-सहायता समूह की महिलाओं के लिए बनी एसएचजी शेड का शुभांरभ किया और परिसर में पौधा रोपण भी किया। गांव की महिलाओं ने आज गौठान में अपने यहां के गोबर को 2 रुपए किलो में विक्रय किया। कार्यक्रम में पशु पालन विभाग द्वारा 15 हितग्राहियों को पशु पौष्टिक आहार, चरी चारा बीज का वितरण किया गया। कृषि विभाग द्वारा 21 हितग्राहियों को रामतिल बीज व मिनी कीट कावितरण किया गया। उद्यान विभाग द्वारा 500 फलदार पौधे तथा मत्स्य विभाग द्वारा मछली बीज एवं जाल का वितरण किया गया।
विधायक श्री विनय भगत ने गोधन न्याय योजना शुरू होने पर गांववासियों को शुभकामनाएं दी और कहा कि यह गौठानों के माध्यम से गांव की महिलाओं और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए महत्वपूर्ण योजना है। कलेक्टर श्री महादेव कावरे बताया कि जशपुर जिले के 64 ग्राम पंचायतों के गौठानों में स्व-सहायता समूहों को जोड़ा गया है और उन्हें वर्मी कम्पोस्ट खाद गमला निर्माण, मछली पालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन आदि के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक, वनमण्डलाधिकारी, सीईओ जिला पंचायत सहित जनप्रतिनिधि और गांववासी उपस्थित थे।