उच्च शिक्षामंत्री उमेश पटेल ने पशुओं को चारा खिलाकर रायगढ़ जिले में गोधन न्याय योजना का किया शुभारंभ
कहा राज्य में आगे चलकर यह योजना सहकारिता के माध्यम से चलाया जायेगा
रायपुर, उच्च शिक्षामंत्री श्री उमेश पटेल ने आज रायगढ़ जिले के खरसिया क्षेत्र के ग्राम तेन्दुमुड़ी स्थित गौठान में गोधन न्याय योजना का शुभारंभ किया। इस मौके पर श्री पटेल ने ग्राम-तेन्दुमुड़ी के गौठान में हरेली पर्व पर परम्परानुसार कृषि यंत्रों की पूजा-अर्चना की और पशुओं को चारा खिलाया। उन्होंने गौठान में प्रारंभ किये गये गोबर खरीदी केन्द्र का निरीक्षण किया। उन्होंने सभी ग्रामवासियों और जनप्रतिनिधियों को हरेली पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गत वर्ष गांवों के विकास के लिए नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी योजना की शुरूआत की थी, इसके आगे की प्रक्रिया में इस वर्ष हरेली के दिन से राज्य के किसानों और पशुपालकों के हित में गोधन न्याय योजना की शुरूआत हो रही है। उन्होंने कहा कि बहुत हर्ष का विषय है कि आज रायगढ़ जिले के 114 गौठानों में इस योजना की शुरूआत हुई है।
उच्च शिक्षामंत्री ने गोबर लेकर आए पशु पालकों से भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि राज्य में आगे चलकर यह योजना सहकारिता के माध्यम से चलाया जायेगा। इस योजना से किसानों और पशुपालकों की आय में वृद्धि होगी, पशुओं के प्रति लोगों में प्रेम बढ़ेगा और किसानों को वर्मी कंपोस्ट खाद प्राप्त होने से जैविक खाद के प्रति लोगों में रूझान बढ़ेगा। प्रदेश में फसलों की उत्पाकता और बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि पशुओं के सड़कों पर घुमने-बैठने से सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिससे पशुधन के साथ मानव जीवन की हानि होती है अब इस प्रकार की दुर्घटनाओं में कमी आयेगी श्री पटेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है जहां राज्य सरकार द्वारा पशुपालकों से दो रुपये प्रति किलो की दर पर गोबर क्रय किया जा रहा है। श्री पटेल ने इस अवसर पर पशुपालन विभाग की ओर से पशुओं के लिए चारा बीज एवं कृषि विभाग की ओर से कृषि उपकरणों का वितरण किया। उन्होंने गौठान में वृक्षारोपण भी किया। कलेक्टर भीमसिंह सिंह ने बताया कि संपूर्ण गौठान क्षेत्र में से 75 प्रतिशत भूमि में पशुओं के लिए चारा तथा 25 प्रतिशत भूमि में सब्जी इत्यादि लगाया जाएगा। इस कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री निराकार पटेल, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री मेहत्तर राम उरांव, सीईओ जिला पंचायत, वनमंडलाधिकारी सहित अन्य जनप्रतिनिधि और गांववासी उपस्थित थे।