मुख्यमंत्री ने स्व सहायता समूहों की महिला सदस्यों से विडियों काॅन्फ्रेसिंग के माध्यम से की चर्चा
मो.शब्बीर,बयूरो चीफ शहडोल
शहडोल 13 जून 2020- प्रदेष के मुख्यंमत्री श्री षिवराज सिंह चैहान ने विडियों काॅन्फ्रेसिंग के माध्यम से आज शहडोल जिले की स्व सहायता समूहांे की महिला सदस्यों से चर्चा की। चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री श्री षिवराज सिंह ने कहा कि महिला स्व सहायता समूह की सदस्य मास्क, सेनेटाईजर, पीपी किट एवं बच्चों के लिए यूनिफार्म का भी निर्माण करे, साथ ही उन्होने कहा कि स्व सहायता समूहो के माध्यम से खाद्यान्न का वितरण कराना भी सुनिष्चित करे। विडिया काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा करते हुए शहडोल जिले की निहाल स्व सहायता समूह ग्राम चन्नौड़ी की महिला सदस्य श्रीमती रूही बेगम ने बताया कि वर्ष 2013 में स्व सहायता समूह से जुड़ने के बाद इनका चयन कृषि सखी के रूप में हुआ। कृषि का प्रषिक्षण कर स्वयं के यहाॅ उन्नत कृषि तकनीकी भू-नाडेप, केचुआं खाद व आजीविका पोषण वाटिका आदि का निर्माण किया। उन्होने बताया कि वर्मी कम्पोस्ट खाद का निर्माण स्वयं किया था जो अच्छी गुणवत्ता की खाद है। इसी तहर अन्य स्व सहायता समूह की महिला सदस्यों से मुख्यमंत्री ने चर्चा की । चर्चा के दौरान प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री षिवराज सिंह ने कहा कि हमें आत्म निर्भर भारत बनाना है इसके लिए स्व सहायता समूह की महिला सदस्यों से कहा कि हमें अपनी जरूरत की चीजें अपने हाथों से तैयार करना है तभी हम आत्म निर्भर भारत बना सकेगे और हमें आत्म निर्भर भारत बनाने केलिए हमें आत्म निर्भर मध्यप्रदेष बनाना पडेगा। उन्होने कहा कि जो रोजमर्रा की चीजें है उसे हम अपने घर पर ही तैयार करे जैसे औषधिं दवाई, काढ़ा साबुन, सेनेटाइजर आदि बनाने में सरकार, विभाग इसके लिए सहयोग करेगी साथ ही संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देष दिए कि इसके विषय में बैठक आयोजित कर कार्यवाही सुनिष्चित करे। उन्होने विडियों काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्व सहायता समूह की महिला सदस्यों से चर्चा करते हुए कहा कि खुद शासन द्वारा जारी दिषा- निर्देषों का पालन करे साथ ही दूसरों को भी दिषा-निर्देषों के बारे में जागरूक करे जैसे सोषल डिस्टेंसग, मास्क पहनना, साबुन से बार-बार हाथ धोने के लिए अपने घर परिवार एवं दूसरे नागरिकों को जागरूक करें। स्व सहायता समूहो की महिला सदस्यो से चर्चा करते हुए कहा कि मनेरेगा योजना के अन्तर्गत गौषाला निर्माण, वृक्षारोपण नर्सरी, फलदार पौधे भी लगाने का कार्य स्व सहायता समूहो की महिला सदस्यों से भी करानें के निर्देष दिए।