भाजपा छत्तीसगढ़ के हितों के खिलाफ : सुरेंद्र वर्मा
रायपुर/11 मई 2020। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि ऐसे विपरीत समय में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा केंद्र से राज्य को फंड जारी करने के आग्रह के बजाय सरकार के कर्ज के नाम पर सियासत करने से स्पष्ट हैं कि भाजपा छत्तीसगढ़ के हितों के खिलाफ है!
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि 15 साल कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार में डूबे रहे भारतीय जनता पार्टी के नेता, जिनके शासनकाल में 3000 करोड़ के सरप्लस फंड से 50000 करोड़ के कर्ज में प्रदेश को डूबाने का काम किया गया, उनके द्वारा भूपेश सरकार की जन हितेषी और कल्याणकारी योजनाओं के लिए लिए गए ऋण पर राजनीति करने का कुत्सित प्रयास निंदनीय है!
शिवरतन शर्मा जी भी इस बात के साक्षी है, कि रमन सिंह के राज में नान घोटाला, गुणवत्ताहीन एक्सप्रेस वे, अनुपयोगी स्काईवाक, स्तरहीन मोबाइल वितरण जैसी योजनाएं केवल कमीशनखोरी को ध्यान में रखकर बनाई जाती रही! कुपोषण और एनीमिया छत्तीसगढ़ की पहचान बन चुकी थी! शिक्षा और स्वास्थ्य बदतर स्थिति में पहुंचा दिया गया था! प्रदेश के किसान बदहाल थे कोई भी हफ्ता ऐसा नहीं गुजरा जब रमनसिंह के राज में छत्तीसगढ़ के किसान कर्ज और अभाव के चलते खुदकुशी करने मजबुर न हुआ हो!
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि विगत 16 महीने में भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ की समृद्धि, छत्तीसगढ़ के जनता की खुशियांली और जन आकांक्षाओं को पूरा करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं! सरकार ने ₹17700 करोड़ का कर्ज छत्तीसगढ़ के किसान, मजदूर, आदिवासी और आमजन की समृद्धि के लिया है, जिसे राज्य सरकार अपने संसाधनों से चुकाएगी! किसानों को कर्ज़ के कुचक्र से मुक्त कराने 16000 करोड़ से अधिक की कर्जमाफी प्रदेश के 18 लाख से अधिक किसानों का किया है! पूरे देश में सर्वाधिक ₹2500/- प्रति क्विंटल धान का समर्थन मूल्य पिछले साल भी दिया है, और इस साल भी दे रहे हैं और आगे भी देंगे! आदिवासी भाई बहनों को दलालों और कोचियों के शोषण से मुक्त कराने 25 लघु वनोपजों की खरीदी समर्थन मूल्य पर करने की व्यवस्था की गई, जबकि 2018 तक केवल 7 वनोपाजों की ही खरीदी होती रही! तेंदूपत्ते का समर्थन मूल्य ₹2500/- से बढ़ाकर 4000 रुपए प्रति मानक बोरा की गई! बिजली बिल हाफ सहित 36 में से 24 जनहितैषी वादे जो कांग्रेस द्वारा विधानसभा के घोषणापत्र में किए गए थे पूरा किया गया! नक्सल क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर बंद किए गए स्कूलों को पुनः आरंभ किया गया! प्रदेश में चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी, नर्स और तकनीशियन ओ की भर्ती शहर सहित दूरदराज के आदिवासी क्षेत्रों में भी की गई 1000 से अधिक वैलनेस सेंटर की स्थापना की गई!
जब पूरा देश नोटबंदी और बिना तैयारी के लागू किए जीएसटी के चलते आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा था, सारे सेक्टरों में मंदी थी, रियल स्टेट का कारोबार भी पूरी तरह से चरमरा गया था, ऐसे विपरीत समय में भी छत्तीसगढ़ में ऑटो सेक्टर, रियल स्टेट सहित व्यापार-व्यवसाय भी मंदी से बेअसर रहा! आरबीआई ने भी छत्तीसगढ़ के अर्थव्यवस्था और दूरदर्शिता पूर्ण लिए गए फैसलों की तारीफ की!
वर्तमान में पूरा देश करोना महामारी से लड़ रहा है सभी राज्यों के संसाधन और आर्थिक स्थिति सीमित है!
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि विगत 50 दिनों से आर्थिक गतिविधियां बाधित होने से राज्य की आय कम हुई है! लगातार राज्य आर्थिक सहायता के लिए केंद्र को पत्र लिख रहे हैं! जीएसटी, मनरेगा, माइनिंग की अतिरिक्त लेवी का पैसा केंद्र के द्वारा राज्य को दिया जाना बकाया है! कोरोना से लड़ाई जिले स्तर पर कार्य योजना बनाकर, राज्य सरकार के द्वारा ही लड़ी जा रही है! जमीनी लड़ाई में राज्य सरकार के अधिकारी, कर्मचारी, स्वास्थ्य, सफाई और सुरक्षा अमला ही पहली लाइन में खड़े होकर लड़ रही है! अतः यह आवश्यक है कि प्रधानमंत्री राज्य को संसाधन और फंड मुहैया कराए! केवल बैठक लेकर सलाह देने और जानकारी लेने से कोरोना के खिलाफ जंग नहीं जीता जा सकता!
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि कोरोना काल में भी छत्तीसगढ़ मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराने में पूरे देश में अव्वल रहा है! लघु वनोपज ओं की खरीदी में भी पूरे देश में प्रथम स्थान छत्तीसगढ़ का रहा है किसान फसल बीमा की राशि 900 करोड़ लाख डाउन के दौरान किसानों को दिया गया! अब राजीव न्याय योजना के तहत समर्थन मूल्य और ₹2500/- प्रति क्विंटल, के बीच के अंतर की राशि कुल लगभग 5100 करोड का भुगतान भी आरंभ किया जा रहा है! कोरोना से लड़ने छत्तीसगढ़ के सभी जिला अस्पतालों में 5666 विस्तार तैयार है! 525 आईसीयू बेड, 269 वेंटिलेटर, 2700 आइसोलेशन बेड, 76 आइसोलेशन सेंटर छत्तीसगढ़ में बनाए गए हैं! यही कारण है कि कोरोना के खिलाफ जंग में छत्तीसगढ़ टॉप 10 राज्यों में शामिल है!