मास्क उपयोग के संबंध में मार्गदर्शी सिद्धांतों का पालन करने कलेक्टर ने की अपील
कोरबा, कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने जिलावासियों को मास्क उपयोग के संबंध में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी मार्गदर्शी सिद्धांतों का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में नोवल कोरोना वायरस संक्रमण ने महामारी का रूप ले लिया है और विश्व के अनेक देश प्रभावित हैं। इस विषाणु के संक्रमण से सामान्य बुखार एवं खांसी जैसे सामान्य लक्षण होते हैं और कुछ लोगों में यह गंभीर बीमारी का स्वरूप लेता है। यह बीमारी कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से उत्पन्न छींटों के द्वारा फैलती है, जो निकट संपर्क (1 मीटर दूरी से कम के) वाले व्यक्ति को ही संक्रमित करते हैं।
कलेक्टर ने कहा कि आम जन द्वारा मास्क के उपयोग के संबंध में स्वास्थ्य विभाग द्वारा मार्गदर्शी सिद्धान्त निर्धारित किये गए हैं। उन्होंने कहा कि लक्षण रहित लोगों को मास्क के प्रयोग की आवश्यकता नहीं है। ऐसे व्यक्ति जिनमें खांसी, बुखार के कोई लक्षण नहीं है, उन्हें मास्क उपयोग करने की आवश्यकता नहीं है। स्वस्थ व्यक्ति के द्वारा मास्क का उपयोग करने से उन्हें स्वास्थ्य लाभ के कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिये मास्क की अपेक्षा साबुन से बार-बार हाथ धोएं। अल्कोहल युक्त सेनिटाईजर का उपयोग भी किया जा सकता है। खांसते या छींकते समय नाक व मुंह को टिस्यू पेपर या रूमाल से ढंक लें। नाक, मुंह, आंख या चेहरे को छूने से बचें। भीड़ वाले स्थानों में जाने से बचें। खांसने या छींकने वाले व्यक्ति से एक मीटर की दूरी बनाएं रखें। अपने शरीर के तापमान की जांच नियमित रूप से करते रहें। सर्दी खांसी बुखार के लक्षण उत्पन्न होने पर चिकित्सक की सलाह लें।
आम जन मास्क का उपयोग तभी करें जब उन्हें खांसी या बुखार के लक्षण हों, जब किसी अस्पताल में जायें, जब किसी मरीज की देखभाल करनी हो, किसी संभावित या पॉजिटिव मरीज (जिनका घर में उपचार चल रहा हो) के निकट संपर्क में आने वाले परिवार के लोग हो। एक मास्क यदि सही तरीके से पहना जाता है तो अधिकतम 8 घंटों तक प्रभावी रहेगा। इस बीच मास्क यदि गीला हो जाये तो तत्काल बदल लें। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी मार्गदर्शी सिद्धान्तों के अनुसार मास्क के उपयोग की सही विधि का अनुसरण करें। मास्क की तह खोलें और सुनिश्चित करें कि उनकी दिशा नीचे की ओर हो। मास्क को नाक, मुंह एवं ठुड्डी पर सही तरीके से रखें। मास्क के नोज पीस को नोज ब्रिज पर सही तरीके से फिट करें। मास्क की डोर को बांध कर मास्क अच्छे से फिक्स कर लें। मास्क की उपरी डोर को सर पर कान के ऊपर पीछे की तरफ एवं निचली डोर को गले के पीछे बांधें। सुनिश्चित करें कि बंधे मास्क में किसी भी तरफ से कोई गैप न हो। प्रयोग करते समय मास्क को बार-बार छूने से बचें। मास्क को गर्दन से लटकने न दें।
डिस्पोजेेबल मास्क को दोबारा बिल्कुल प्रयोग न करें और उपयोग के बाद तत्काल डिस्पोज कर दें। मास्क उतारते समय सावधानी बरतें और संभावित रूप से संक्रमित मास्क के बाहरी हिस्से को बिल्कुल न छुएं। मास्क को उतारते समय पहले निचली डोर को खोले उसके पश्चात कान के ऊपर वाली डोर को खोलें। उपयोग किये गये मास्क को सामान्य ब्लीचिंग पावडर के 5 प्रतिशत घोल या 1 प्रतिशत हाइपोक्लोराइट घोल से अच्छे तरह से डिसइन्फेक्ट करने के बाद मास्क को जला कर या गहरे गड्ढे में मिट्टी से दबा कर डिस्पोज करें।