CAA-NRC को लेकर मध्यप्रदेश में अलर्ट घोषित, कांग्रेस निकालेगी शांति मार्च
भोपाल
सीएए-एनआरसी को लेकर दिल्ली में हुई हिंसा का असर देश के दूसरे हिस्सों में दिखने लगा है। मध्यप्रदेश में अलर्ट घोषित किया गया है और जिलों में अतिरिक्त पुलिसबल भेज दिया गया है। दूसरी ओर दिल्ली में 20 मौतों और देखते ही गोली मारने के आदेश के बीच भी हिंसा जारी है। हिंसा से जुड़े मामलों पर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है, वहीं शाम को कांग्रेस शांति मार्च निकालेगी।
सीएए के समर्थकों और विरोधियों के बीच दिल्ली में तीन दिन से चल रहे तनाव के बाद प्रदेश में भी अलर्ट कर दिया गया है। पुलिस मुख्यालय ने इस संबंध में सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को अलर्ट रहने के निर्देश दे दिए हैं। वहीं कई जिलों में जिला प्रशासन ने धारा 144 लगा दी है।
प्रदेश में भी सीएए के विरोध में कई जगह पर लगातार धरना और प्रदर्शन जारी है। भोपाल सहित प्रदेश के कई जिला मुख्यालय सहित अन्य शहरों में लंबे अरसे से सीएए को वापस लेने के लिए प्रदर्शन किए जा रहे हैं। दिल्ली की घटना पर प्रदेश में कोई असर न हो इसके लिए पुलिस मुख्यालय ने एहतियात के तौर पर सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को मुस्तैद रहने निर्देश दिए हैं। साथ ही अलर्ट जारी कर दिया है। पुलिस मुख्यालय ने इस मसले की गंभीरता को देखते हुए अधिकांश जिलों में अतिरिक्त बल तैनात किया है।
वहीं प्रदेश के कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। विदिशा कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने मंगलवार रात को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं।
दिल्ली में हुई हिंसा पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट में कहा है कि देश में फैल रही नफरत की आग पर काबू पाने के लिए कांग्रेस और वे सारे लोग जो इस नफरत की आग को बुझाना चाहते हैं, उन्हें सड़कों पर उतर कर शांति मार्च करना चाहिए। वहीं मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने हिंसा के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया। उधर दिल्ली में सीडब्ल्यूसी की बैठक हुई, जिसमें सोनिया गांधी, मनमोहन सिह, प्रियंका सहित कई बड़े नेताओं ने भाग लिया। बैठक में फैसला किया गया है कि कांग्रेस शांति मार्च निकालेगी।
पुलिस मुख्यालय की इंटेलीजेंस विंग के साथ ही जिलों में विशेष शाखा के जवान सोशल मीडिया पर भी नजर रखे हुए हैं। सूत्रों की मानी जाए तो पुलिस को यह इनपुट मिला है कि कुछ शरारती लोग सोशल मीडिया के भडकाऊ बाते लिख कर प्रदेश का माहौल खराब करने का प्रयास कर सकते हैं। ऐसे लोगों पर तत्काल कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए गए हैं।