MP बोर्ड परीक्षाओं का काउंटडाउन शुरू, 19 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स होंगे शामिल
भोपाल
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में अब बोर्ड परीक्षाओं का काउंडाउन शुरू हो गया है. हाई स्कूल (High School) की परीक्षाएं तीन मार्च से और 12वीं की परीक्षाएं दो मार्च से शुरू हो रही हैं. जबकि परीक्षा को लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल (Board of Secondary Education) ने सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं. इस बार परीक्षा केंद्रों पर निगरानी को लेकर भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, तो वहीं संवेदनशील और अतिसंवेदनशील केंद्रों पर नजर रखने के लिए वीडियोग्राफी और सीसीटीवी कैमेरे लगाए गए हैं. यही नहीं, परीक्षा केंद्रों पर पुलिसकर्मी भी तैनात रहेंगे. जबकि प्रदेशभर में 11 से 12 जिलों में सुरक्षा को लेकर खास इंतजाम किए गए हैं.
मध्य प्रदेश बोर्ड की 12वीं और 10वीं की परीक्षाएं क्रमश: 2 और 3 मार्च से शुरू हो रही हैं. इस बार प्रदेशभर में 10वीं और 12वीं में कुल 19 लाख 38 हजार 308 छात्र-छात्राएं परीक्षा में बैठ रहे हैं. जबकि 12वीं की परीक्षा में 8 लाख 1 हजार 864 स्टूडेंट्स, तो 10वीं में 11लाख 28 हजार 316 स्टूडेंट्स भाग ले रहे हैं. जबकि 10वीं और 12वीं में संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की संख्या 257 है, तो अतिसंवेदनशील और संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की संख्या 793 है.
इस बार कक्षा 10वीं के लिए प्रदेशभर में 3936 केंद्र, तो 12वीं के लिए 3659 परीक्षा केंद्र तैयार किए गए हैं. माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव अनिल सुचारी का कहना है कि इस बार अतिसंवेदनशील औ संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर वीडियोग्राफी की व्यवस्था रहेगी. सीसीटीवी कैमरे भी परीक्षा केंद्रों पर लगाए गए हैं, जो कि अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर ही होंगे. उन्होंने आगे कहा कि बाकी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था नहीं की गई है. प्रदेशभर में 11 से 12 जिले ऐसे है जिन्हें अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों की कैटेगरी में रखा गया है. इनमें इंदौर,ग्वालियर, मुरैना, भिंड, रीवा, श्योपुर सहित कुछ जिले ऐसे है जिन्हें ऐसे हैं,जिनमें विशेष निगरानी के निर्देश दिए गए हैं.
माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव अनिल शुचारी का कहना है कि इस बार प्रदेशभर में छात्र-छात्राओं को प्रवेश पत्र ऑनलाइन जारी किए गए हैं. ऑनलाइन प्रवेश पत्र जारी होने से छात्र-छात्राएं को फायदा होगा और अब स्कूल के चक्कर नहीं लगाने होंगे. इस बार परीक्षा को लेकर प्रदेशभर के 50 हजार शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारियों का बीमा भी कराया गया है.15 फरवरी से लेकर 20 मई तक का शिक्षकों और गैरकर्मचारियों का 50 हजार रुपए का बीमा कराया गया है.