वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री की सुरक्षा में दिखी बड़ी चूक, गाड़ी के सामने कूदा सपा कार्यकर्ता
वाराणसी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm Narendra Modi) के वाराणसी दौरे के दौरान उनकी सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई है. यहां पर एक सपा (SP) कार्यकर्ता काला झंडा लेकर उनकी गाड़ी के आगे कूद गया. हालांकि पीएम के काफिले को इस दौरान बिना किसी हादसे के वहां से निकाल लिया गया और किसी भी तरह की कोई अनहोनी नहीं हुई. वहीं अब माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे पुलिस अधिकारियों और अन्य पर बड़ी कार्रवाई की जा सकती है.
जंगमबाड़ी मठ से कार्यक्रम खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब बीएचयू हेलिपेड की तरफ जा रहे थे इस दौरान यह घटना हुई. उनकी गाड़ियों का काफिला तेजी से हेलिपैड की तरफ बढ़ रहा था और उसी समय एक सपा कार्यकर्ता प्रधानमंत्री की गाड़ी को काला झंडा दिखाने के लिए काफिले के सामने कूद गया. अचानक सामने आए युवक को बचाने के लिए काफिले को लेन बदलनी पड़ी. इस दौरान प्रधानमंत्री की गाड़ी के दो टायर सड़क से नीचे उतर गए.
वहीं अब सपा कार्यकर्ता की पहचान हो गई है. युवक का नाम अजय यादव है जो काला कोट लेकर काफिले के सामने कूदा था. हालांकि काफिले के ड्राइवरों की समझदारी के चलते यह हादसा टल गया. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री के वाराणसी दौरे के दौरान सुरक्षा की जिम्मेदारी दर्जनभर से ज्यादा एसपी के हाथ में थी. वहीं लंका थाने के एसओ भारत भूषण भी इस दौरान तैनात थे. उन्हीं के थाना इलाके में यह वारदात हुई.
इससे पहले जंगमवाड़ी मठ पहुंचे प्रधानमंत्री ने कहा कि मठ भावात्मक और मनोवैज्ञानिक रूप से वंचित साथियों के लिए प्रेरणा का माध्यम है. संस्कृत भाषा और दूसरी भारतीय भाषाओं को ज्ञान का माध्यम बनाते हुए, टेक्नॉलॉजी का समावेश आप कर रहे हैं, वो भी अद्भुत है. सरकार का भी यही प्रयास है कि संस्कृत सहित सभी भारतीय भाषाओं का विस्तार हो, युवा पीढ़ी को इसका लाभ हो.
इस दौरान प्रधानमंत्री ने अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि संतों के आशीर्वाद से ही उनकी सरकार ने तमाम पुराने विवादों को सुलझाया है. इसी के तहत अयोध्या में राम मंदिर का भी मुद्दा अब सुलझ गया है. सरकार ने राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन कर दिया है. अब जल्द ही भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा. उन्होंने कहा, "मठों द्वारा दिखाए रास्ते पर चलते हुए, संतों द्वारा दिखाए रास्ते पर चलते हुए, हमें अपने जीवन के संकल्प पूरे करने हैं और राष्ट्र निर्माण में भी अपना पूरा सहयोग करते चलना है. देश सिर्फ सरकार से नहीं बनता, बल्कि एक-एक नागरिक के संस्कार से बनता है. नागरिक के संस्कार को उसकी कर्तव्य भावना श्रेष्ठ बनाती है. एक नागरिक के रूप में हमारा आचरण ही भारत के भविष्य को तय करेगा, नए भारत की दिशा तय करेगा.