विधायक नारायण त्रिपाठी ने पृथक विंध्य प्रदेश बनाने की मांग उठाई
भोपाल
अलग बुंदेलखंड के बाद अब विंध्य प्रदेश बनाए जाने की मांग ने जोर पकड़ लिया है. सतना के मैहर से विधायक नारायण त्रिपाठी ने रीवा, सीधी, सतना, सिंगरौली, शहडोल, जबलपुर को मिलाकर एक अलग विंध्य प्रदेश बनाने की मांग कर रहे हैं. इसको लेकर बीजेपी विधायक ने सीएम कमलनाथ से लेकर पीएम मोदी तक को पत्र लिखा है. बीजेपी विधायक का कहना है कि भाजपा और कांग्रेस के जनप्रतिनिधी चाहते हैं कि विंध्य को अलग स्टेट घोषित किया जाए और जो भी इसका विरोध करेगा और स्थानीय स्तर पर बहिष्कार किया जाएगा.
विंध्यमहोत्सव में करेंगे तय
उन्होंने कहा कि विंध्य महोत्सव के दौरान विंध्य के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए नए प्रदेश के निर्माण पर मंथन किया जाएगा. आने वाले दो महीनों में इस मांग को लेकर बड़ा आयोजन होगा. हालांकि नारायण त्रिपाठी के विंध्य राज्य बनाये जाने की मांग पर बीजेपी ने मौन रख लिया है. वहीं कांग्रेस सरकार के मंत्री भी इस मामले को तवज्जो देने के मूड में नही दिखे. विंध्य से आने वाले मंत्री कमलेश्वर पटेल ने कहा है कि अभी प्रदेश में विकास के लिए बहुत कुछ करना बाकी है और ऐसे में इस तरह की मांग का कोई मतलब नहीं है.
सभी को भावना व्यक्त करने का अधिकार
मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि सभी को अपनी भावना व्यक्त करने का अधिकार है. इस संबंध में फैसला उच्च स्तर पर होता है. दरअसल 1948 में विंध्य प्रदेश का गठन हुआ था. जिसकी राजधानी रीवा थी. 1956 के मध्यप्रदेश के गठन में विंध्य को प्रदेश में शामिल कर लिया गया लेकिन अब एक बार फिर विंध्य प्रदेश बनाने की मांग ने जोर पकड़ा है.