धार मॉब लिंचिंग: जंगलराज इसे ही कहते हैं – पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह
धार
मध्य प्रदेश के धार जिले में मॉब लिंचिंग की दिल दहलाने वाली घटना से हर कोई हैरान है. जबकि इस मामले को लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा है. मामला धार के मनावर थाना क्षेत्र के ग्राम बोरलाई का है, जहां मजदूरों से अपने पैसे लेने गए 7 लोगों पर ग्रामीणों ने बच्चा चोर गिरोह की अफवाह फैलाकर हमला कर दिया. इस हमले में गणेश नाम युवक की मृत्यु हो गई, तो छह अन्य लोग घायल हो गए. इतना ही नहीं, ग्रामीणों ने उनकी कार को भी आग के हवाले कर दिया. बहरहाल, भाजपा के निशाने के बाद कमलनाथ सरकार हरकत में आ गई है और वह घटना की जांच के साथ दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कर रही है.
शिवराज ने बताया जंगल राज
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'यह अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. कानून और व्यवस्था प्रदेश में पूर्णतः ध्वस्त हो चुकी है. कानून का डर बिल्कुल समाप्त हो गया है. जंगलराज इसे ही कहते हैं! इस पूरी घटना की गहन जांच होनी चाहिए और इसके पीछे जो ज़िम्मेदार अपराधी हैं, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होना चाहिए.'
सीएम कमलनाथ हुए सख्त
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घटना पर सख्त रुख अख्तियार करते हुए ट्वीट कर लिखा है कि धार के मनावर में आपसी विवाद में घटित हुई घटना बेहद दुःखद है. ऐसी घटनाएं मानवता को शर्मसार करने वाली हैं, जिन्हें बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. सीएम कमलनाथ की ओर से पूरे मामले में प्रशासन को जाच के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही उन्होंन साफ किया है कि इस घटना में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख़्त कदम उठाया जाएगा.
ये है पूरा मामला
धार जिले के बोरलाई गांव के मजदूर इंदौर उज्जैन क्षेत्र में मजदूरी करते थे. उन्होंने ठेकेदार से एडवांस पैसा ले रखा था, लेकिन काम पर भी नहीं गए. जब पैसे को लेने के लिए ये लोग पहुंचे तो उन पर हमला कर दिया जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई. दरअसल, इंदौर जिले के श्योपुर खेड़ा के विनोद मुकाती कुछ समय पहले उज्जैन जिले के 5 साथियों के साथ खिडकिया, बोरलाई और आसपास के गांवों से मजदूर लेने आए थे और इस दौरान कुछ को मजदूरों को 50-50 हजार रुपए एडवांस दिए थे, लेकिन मजदूर बगैर मजदूरी किए अपने गांव आ गए. जब विनोद मुकाती और अन्य लोगों ने पैसे के लिए दबाव बनाया तो उन लोगों ने पैसे देने के लिए अपने गांव बुलाया. जब ये गांव पहुंचे तो उन पर पत्थरों से हमला कर दिया. जब ये लोग भागने लगे तो यह अफवाह मचा दी कि ये बच्चा चोर हैं. फिर भीड़ इकट्ठा हो गई और इन लोगों से मारपीट करने के अलावा कार को भी आग लगा दी. जबकि इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई, तो 6 लोग घायल हैं, जिनका मनावर के अस्पताल में इलाज जारी है.