मध्यप्रदेश के बुजुर्गो को राज्य सरकार कराएगा दो-दो तीर्थ स्थलों की सैर
भोपाल
मध्यप्रदेश के बुजुर्गो को राज्य सरकार अब केवल एक तीर्थ स्थल की सैर नहीं कराएगा बल्कि एक साथ दो-दो तीर्थ स्थलों की सैर कराएगा। इसके लिए आईआरसीटीसी से कहा गया है कि वह अब दो तीर्थ स्थलों को एक साथ एक सफर के दौरान दिखाने का बंदोबस्त करे। इसमें काशी-गया, पुरी-गंगासागर, हरिद्वार-रिषिकेश-अमृतसर जैसे तीर्थ स्थलों पर तीर्थ यात्री एक साथ घूम सकेंगे।
भाजपा सरकार के कार्यकाल में शुरू की गई मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को सरकार ने बंद नहीं किया है। बल्कि इसके जरिए अब बुजुर्गो को एक साथ दो और तीन तीर्थ स्थलों पर मुफ्त में तीर्थ यात्रा कराने की तैयारी की है। आईआरसीटीसी के जरिए तीर्थ स्थलों का सफर रेल के जरिए पूरा कराया जाएगा। पुरी-गंगासागर की तीर्थ यात्रा कुल 8 दिनों की होगी। पहले दिन स्टेशन से ट्रेन रवाना होगी और तीसरे दिन पुरी पहुंचेगी। वहां जगन्नाथ मंदिर के दर्शन कराने के बाद रात्रि विश्राम कराया जाएगा। इसके बाद चौथे दिन कोनार्क सूर्य मंदिर दिखाया जाएगा। शाम को यहां से ट्रेन पुरी से हावड़ा जाएगी। पांचवे दिन सुबह हावड़ा स्टेशन पर पहुंचने के बाद बस के जरिए तीर्थ यात्रियों को गंगासागर पहुंचाया जाएगा।
रिषिकेश और अमृतसर का तीर्थ दर्शन सात दिन का होगा। इसमें पहले दिन ट्रेन प्रदेश से रवाना होगी। दूसरे दिन हरिद्वार पहुंचकर मंदिर दर्शन और वहां रात्रि विश्राम के बाद तीसरे दिन रिषिकेश पहुंचेगी। यहां भ्रमण और रात्रि विश्राम के बाद चौथे दिन अमृतसर के लिए रवाना होगी, पांचवे दिन अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के दर्शन , जालियावाला बाग और बाघा बार्डर दिखाकर रात्रि विश्राम यहीं कराया जाएगा। छटवे दिन यात्री अमृतसर से तीर्थ यात्री रवाना होंगे और सातवे दिन वापस अपने गंतव्य तक पहुंचेंगे।
गया यात्रा छह दिन में पूरी होगी। पहले दिन ट्रेन प्रदेश से रवाना होकर दूसरे दिन वाराणसी पहुंचेगी। यहां विश्वनाथ मंदिर के भ्रमण के बाद तीसरे दिन स्थानीय साइटसीन दिखा जाएंगे उसके बाद वाराणसी से गया के लिए रात में रवाना होगी। चौथे दिन गया से बोधगया और महाबोधि टेंपल दिखाया जाएगा।
मदुरई, तिरुपति-श्रीकालाहस्ति और द्वारका-सोमनाथ की यात्रा भी तीर्थदर्शन के दौरान कराई जाएगी। रामेश्वररम-मदुरई यात्रा में रामेश्वरम मनी दर्शन, मदुरई, मीनाक्षी मंदिर दिखाया जाएगा। तिरुपति श्रीकालाष्टी में तिरुपति बालाजी मंदिर, श्रीकालाष्टी मंदिर, पदमावती मंदिर, इस्कॉन मंदिर दिखाया जाएगा।