आमिर मोहम्मद अब्दुल रहमान अल मवली अल-सल्बी बना इस्लामिक स्टेट का नया सरगना, खुफिया एजेंसियों का दावा
लंदन
इंटेलिजेंस सर्विसेज ने आतंकवादी संगठन आईएस के नए सरगना की पहचान आमिर मोहम्मद अब्दुल रहमान अल मवली अल-सल्बी के रूप में की है। न्यूज पेपर 'द गार्जियन' ने अपनी खबर में यह जानकारी दी। समाचार पत्र ने अपनी एक रिपोर्ट में दो खुफिया सेवाओं के अधिकारियों के हवाले से बताया कि वह आईएस के संस्थापकों में से एक है और इराक में यजीदी अल्पसंख्यों पर अत्याचार की पूरी गतिविधि को उसी की अगुवाई में अंजाम दिया गया था। इसके अलावा दुनियाभर में आतंक की हर घटना उसी की देखरेख में होती थी।
गौरतलब है कि अक्टूबर में स्पेशल अमेरिकी फोर्सेज के हमले में आईएस सरगना अबु बकर अल बगदादी के मारे जाने के बाद संगठन ने अपने सरगना के रूप में अबु इब्राहिम अल हाशिमी अल कुरैशी के नाम का प्रस्ताव दिया था। हालांकि, कुछ समीक्षकों का मानना है कि बगदादी के मारे जाने के बाद आतंकवादी संगठन कोई खतरा नहीं उठाना चाहता और उसके नए सरगना के बारे में जानकारी नहीं है।
गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, बगदादी के मारे जाने के कुछ ही घंटों के अंदर सल्बी को नया सरगना चुन लिया गया था। साथ ही कुरैशी छद्म नाम है जिसकी पुष्टि अन्य सरगनाओं अथवा खुफिया एजेंसियों ने नहीं की हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि सल्बी का जन्म इराक के ताल अफरा शहर के तुर्कमेन परिवार में हुआ था। उसने मोसुल विश्वविद्यालय से शरिया कानून में डिग्री ली है। इसके अनुसार 2004 में उसे अमेरिकी बलों ने कैंप बूका जेल में बंद किया थाष वहीं उसकी मुलाकात बगदादी से हुई थी।