केजरीवाल के सामने शीला की बेटी लतिका को मिल सकता है मौका
नई दिल्ली
पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की बेटी लतिका इस विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा सकती हैं। सूत्रों की मानें तो पार्टी लतिका को इस चुनाव में उतारने की तैयारी में है। कहा तो यह भी जा रहा है कि पार्टी उन्हें नई दिल्ली से उतारने पर विचार कर रही है। ऐसे में शीला दीक्षित के बाद अब उनकी बेटी लतिका मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ चुनाव मैदान में हो सकती हैं। हालांकि, इस सीट से कई अन्य नाम हैं, जिसमें राजेश लिलोठिया ने अपना नाम खुद सोनिया गांधी के सामने पेश किया है। एक कयास भी है कि अलका लांबा को भी यहां से केजरीवाल के खिलाफ पार्टी उतार सकती है। अगले एक दो दिन में इस सीट की तस्वीर साफ होने की संभावना है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ इस सीट पर कांग्रेस को दो-दो बार बुरी हार का सामना करना पड़ा है। पहले मुख्यमंत्री शीला दीक्षित साल 2013 के चुनाव में केजरीवाल के खिलाफ लड़ी थीं, जिसमें उनकी बड़ी हार हुई थी। इसके बाद साल 2015 के चुनाव में कांग्रेस ने पूर्व मंत्री किरण वालिया को अपना उम्मीदवार बनाया था, वो भी केजरीवाल को टक्कर नहीं दे पाईं। इसी को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस इस सीट को काफी गंभीरता से ले रही हैं।
शीला दीक्षित के प्रति सहानुभूति का मिल सकता है फायदा
सूत्रों का कहना है कि इस सीट से लतिका के नाम की चर्चा की वजह शीला दीक्षित की बेटी होने के नाते उनके 15 साल के काम का भी कांग्रेस अपने फायदे में भुनाना चाहती है। पार्टी को उम्मीद है कि इससे न केवल जनता में एक संदेश जाएगा बल्कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भी जोश भरेगा। पार्टी को उम्मीद है कि लतिका को शीला दीक्षित के प्रति सहानुभूति रखने वाले मतदाताओं का भी वोट मिल सकता है।
आज आ सकती है पहली लिस्ट
प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने कहा कि उम्मीदवारों के नाम तय करने की प्रक्रिया चल रही है। अब यह लास्ट स्टेज में है। उन्होंने कहा कि तमाम सीटों की तरह नई दिल्ली सीट पर भी गंभीरता से कई नामों पर विचार चल रहा है। वहीं पार्टी सूत्रों के का कहना है कि कुछ सीटों पर पेंच फंसा हुआ है, इसलिए देरी हो रही है। लेकिन गुरुवार को कांग्रेस की पहली लिस्ट आ सकती है, जिसमें से लगभग 50 सीटों के उम्मीदवार के नामों की घोषणा की जा सकती है।