गड़बड़ी के आरोपों से Infosys के मैनेजमेंट को क्लीन चिट, मुनाफा भी बढ़ा
नई दिल्ली
बीते साल देश की दिग्गज आईटी कंपनी इन्फोसिस के सीईओ सलिल पारेख और सीएफओ निलंजन रॉय पर गड़बड़ी के आरोप लगे थे. इन आरोपों को इन्फोसिस के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की ऑडिट कमेटी ने खारिज कर दिया है. इसके साथ ही सलिल पारेख और निलंजन रॉय को क्लीन चिट भी दे दी है.
क्या है मामला?
दरअसल, बीते साल अक्टूबर महीने में कुछ गुमनाम व्हिसलब्लोअर्स ने मैनेजमेंट पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. आरोप के मुताबिक मैनेजमेंट आमदनी और मुनाफे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने के लिए बैलेंशसीट में हेर-फेर कर रही है. इस मामले में कंपनी के सीईओ सलिल पारेख और सीएफओ निलांजन रॉय का नाम उछला था. इसके बाद इन्फोसिस ने इस शिकायत को ऑडिट कमेटी के पास भेज दिया था. अब ऑडिट कमेटी ने दोनों अधिकारियों को क्लीन चिट दे दी है. इस दौरान इन्फोसिस के चेयरमैन नंदन नीलेकणि ने बताया कि पारेख और रॉय मजबूत संरक्षक हैं. पारेख ने कंपनी को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई.
23 फीसदी बढ़ा मुनाफा
इस बीच इन्फोसिस की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के नतीजे भी जारी हो गए हैं. कंपनी को इस बार 4,466 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है. यह 2018 की दिसंबर तिमाही के मुकाबले करीब 23 फीसदी ज्यादा है. दिसंबर 2018 की तिमाही में इन्फोसिस को 3,610 करोड़ का मुनाफा हुआ था. वहीं कमाई की बात करें तो इस साल तीसरी तिमाही में 7.9 फीसदी का इजाफा हुआ है और यह 23,092 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
नतीजों से पहले इन्फोसिस में तेजी
बता दें कि नतीजों से पहले इन्फोसिस के शेयर में तेजी देखने को मिली. सप्ताह के आखिरी दिन कारोबार के दौरान इन्फोसिस के शेयर 2 फीसदी तक चढ़ गए तो वहीं अंत में यह 1.47 फीसदी की बढ़त के साथ 738.25 रुपये के भाव पर आ गया.