आगे 5 डिग्री तक गिरेगा तापमान, बारिश ने फिर बढ़ाई दिल्ली-एनसीआर की ठंड
नई दिल्ली
दिल्ली-एनसीआर में बारिश के बाद दिन में शीतलहर शुरू हो गई है। अब रात का तापमान भी 3 से 4 डिग्री तक गिर सकता है। इसकी वजह से लोग दिन-रात ठिठुरने पर मजबूर होंगे। मंगलवार रात 1 बजे से ही दिल्ली में रुक-रुककर बारिश का दौर जारी है। पहाड़ों पर भी काफी बर्फबारी हुई है। इसकी वजह से शीतलहर 11 जनवरी तक बनी रह सकती है।
आज बारिश के आसार नहीं
मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को बारिश के आसार नहीं हैं, लेकिन बादल छाए रहेंगे। अधिकतम तापमान 16 डिग्री रहेगा, न्यूनतम तापमान भी 9 डिग्री तक लुढ़क सकता है। विभाग के डिप्टी डीजी डॉ. कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि अब न्यूनतम तापमान भी 4 से 5 डिग्री तक गिर सकता है। मध्यम से घना कोहरा देखने को मिल सकता है। इसके बाद 13 जनवरी को हल्की बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान सिर्फ 14.5 डिग्री रहा, जो सामान्य से 5 डिग्री कम है। वहीं, राजधानी में 24 घंटे के दौरान 16.6 एमएम बारिश हुई है। पालम में 15.3 एमएम, लोधी रोड और रिज में 17.5 एमएम, आया नगर में 2.5 एमएम, डीयू में 9 एमएम, जफरपुर और मंगेशपुर में 13 एमएम, नजफगढ़ में 20 एमएम, पूसा में 15 एमएम बारिश हुई है।
सर्दी के मौसम में तो ठंडक का अहसास होगा ही। लेकिन अगर यह ठंड आपकी बॉडी पर हावी होने लगे या आपको हर समय इतनी ठंड महसूस हो कि डेली के काम भी ना कर सकें तो यह स्थिति सामान्य नहीं है। खासतौर पर जब आपको अपने रुटीन में ऐसा कुछ ना नजर आए, जो ठंड महसूस होने की वजह हो। जैसे, आपने काफी देर तक पानी में काम नहीं किया है या आपको फीवर भी नहीं है लेकिन ठंड से आपकी हालत खराब हो रही है। यहां जानें क्यों अधिक ठंड लगने पर आपको अपनी सेहत पर बहुत अधिक ध्यान देने की जरूरत है…
नींद पूरी ना हो पाना
किसी भी कारण से अगर आप पूरी 7 से 8 घंटे की नींद नहीं ले पाते हैं तो इस स्थिति में अधिक ठंड लगने का अहसास होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अगर बॉडी को प्रॉपर रेस्ट नहीं मिल पाता है तो वह अपना टेंप्रेचर मेंटेन नहीं रख पाती। नींद पूरी ना होने की स्थिति में मेटाबॉलिज़म स्लो काम करने लगता है, इससे शरीर में ऊर्जा का उत्पादन कम होता है और अधिक ठंड लगती है।
ब्लड सर्कुलेशन कम होना
शरीर में ब्ल्ड सर्कुलेशन ठीक से ना हो पाना भी हर समय ठंड महसूस होने की वजह होता है। यह स्थिति आमतौर पर डायटबीटीज और हार्ट पेशंट्स में देखने को मिलती है। इसके अलावा मसल्स का स्टिफ होना, जोड़ो में दर्द होना या पेट में क्रैंप्स के साथ दर्द होना भी ठंड लगने की निशानी होती है। इनका कारण भी शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक से ना हो पाना होता है। इस स्थिति की मुख्य वजह ब्लड की थिकनेस और सही डायट का अभाव होता है।
शरीर में खून की कमी होना
बहुत अधिक डायटिंग करने या फास्ट फूड पर निर्भर रहने के कारण शरीर को पूरा पोषण नहीं मिल पाता है। इस कारण ज्यादातर बच्चे और टीनेजर्स प्रॉपर न्यूट्रिशन की कमी के चलते एनिमिया के शिकार हो जाते हैं। यह स्थिति आमतौर पर गर्ल्स में अधिक देखने को मिलती है। शरीर में खून की कमी होने पर भी ठंड अधिक महसूस होती है।
अंडर वेट होना
जिन लोगों का वजन उनकी हाइट और उम्र के हिसाब से नहीं होता है, उन लोगों को भी ठंड अधिक महसूस होती है। इसकी वजह यह है कि बहुत अधिक पतले लोगों में या जो लोग वेट लॉस मिशन पर ऐक्टिव होते हैं उनकी बॉडी में स्टोर्ड फैट अमाउंट कम होता है, जिसे बॉडी एनर्जी और हीट जनरेट करने के लिए इस्तेमाल करती है। यह फैट ना मिलने पर बॉडी अपनी जरूरत के हिसाब से हीट नहीं जनरेट कर पाती और आपको अधिक ठंड महसूस होती है।
हाइपोथाइरॉइडिज़म
शरीर में हॉर्मोन की गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार होती है हाइपोथाइरॉइडिज़म की स्थिति। यह एक हॉर्मोनल डिसऑर्डर है। इस स्थिति में बॉडी में हॉर्मोन्स का उत्पादन उतनी मात्रा में नहीं हो पाता है, जितनी बॉडी को जरूरत होती है। इसके चलते मेटाबॉलिज़म बॉडी टेम्प्रेचर मेंटेन नहीं कर पाता है और आपको ज्यादा ठंड लगती है।
कम नहीं हुआ प्रदूषण
रात से दिल्ली में रुक-रुककर रिमझिम बौछारें पड़ी, लेकिन इसके बावजूद प्रदूषण कम नहीं हुआ। बल्कि बारिश के बाद मंगलवार की तुलना में बुधवार को प्रदूषण बढ़ गया। मौसम विभाग के अनुसार हवा में नमी होने की वजह से अब गुरुवार और शुक्रवार को भी प्रदूषण खराब स्तर पर रह सकता है। सीपीसीबी को एयर बुलेटिन के अनुसार दिल्ली का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 266 रहा।