दिल्ली में विधानसभा चुनावों के लिए सभी पार्टियां तैयार
नई दिल्ली
दिल्ली विधानसभा के लिए चुनाव की तारीखों का ऐलान कुछ ही देर में होने वाला है। 2014 के मुकाबले राजधानी की चुनावी फिजा इस बार पूरी तरह से बदली हुई है। दिल्ली विधानसभा चुनावों में इसबार दो मुद्दों पर सस्पेंस गहराया हुआ है। पहला कि आखिर इन चुनावों में बीजेपी का सीएम फेस कौन होगा। बीजेपी ने इस पर अभी पत्ते नहीं खोले हैं। और दूसरा, नागरिकता कानून (CAA) चुनावों में क्या गुल खिलाएगा। केजरीवाल सीएए के खिलाफ सीधे तौर पर कुछ नहीं बोल रहे हैं, जबकि बीजेपी अब तक के अपने अभियान में इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को जमकर ललकार रही है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या CAA का मुद्दा वोटों का धुव्रीकरण कराने में कामयाब रहेगा।
मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ेगी बीजेपी?
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को दावा किया था कि पार्टी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य में बीजेपी की सरकार बनेगी। समझा जा रहा है कि पार्टी बिना किसी चेहरे के साथ चुनाव में जा सकती है। इस बयान को सीएम चेहरे के लिए चल रही अटकलबाजियों को खत्म करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। सत्तारूढ़ AAP बीजेपी को सीएम उम्मीदवार घोषित करने की लागतार चुनौती दे रही है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी चुनाव के दौरान अंदरूनी मनमुटाव से बचने के लिए सीएम चेहरे की घोषणा करने से बच रही है। शाह का पीएम मोदी के नाम का जिक्र करने के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी विधानसभा चुनाव में सामूहिक नेतृत्व में चुनाव के लिए उतर सकती है।
CAA और JNU किस पर पड़ेगा भारी?
नागरिकता संशोधन ऐक्ट (CAA) पर केजरीवाल सरकार फूंक-फूंककर कदम रख रही है। पार्टी को इस बात का डर है कि इससे ध्रुवीकरण हो सकता है, इसलिए AAP विकास के कामों का आगे बढ़ा रही है और हर सप्ताह अपनी रिपोर्ट कार्ड पेश कर रही थी। AAP संसद में और संसद के बाहर CAA के मुद्दे पर केंद्र पर हमले कर रही है लेकिन साथ ही वह काफी संभलकर भी चल रही है क्योंकि हिंदू वोटरों को नाराज करने को जोखिम मोल नहीं ले सकती है। बीजेपी CAA और जेएनयू के मुद्दे पर बेहद आक्रामकता के साथ AAP और कांग्रेस पर हमला कर रही है। माना जा रहा है इन चुनावों में दिल्ली में हुई हिंसा और जेएनयू बवाल असर डाल सकते हैं।
शाह का केजरीवाल पर हमला
इधर, बीजेपी लगातार केजरीवाल पर हमले बोल रही है। गृह मंत्री शाह ने सोमवार को दिल्ली सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने गरीब और गांव को नुकसान पहुंचाया है। शाह ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा, 'हर वादों के जवाब में AAP सरकार झूठ और विज्ञापन का सहारा लेती है। केजरीवाल सरकार ने 5 साल कुछ नहीं किया। 5 महीने में सारे विज्ञापन देकर विकास के लिए आंख में धूल झोंकने का काम किया।'