जैन संत विद्यासागर महाराज का मंगल प्रवेश और कैलाश विजयवर्गीय के ट्वीट से मचा घमासान
इंदौर
जैनसंत (Jain Saint) विद्यासागर महाराज (Vidyasagar Maharaj) ने रविवार को इंदौर में मंगल प्रवेश किया. वो 20 साल बाद यहां आए. शहर ने उनकी भव्य आगवानी की. लेकिन संत मुनि के मंगल प्रवेश की शोभा यात्रा को लेकर सियासी घमासान मच गया. ये आपत्ति शोभा यात्रा के लिए CAA के विरोध के मुद्दे पर अनुमति मांगने पर थी. बीजेपी महासचिव (BJP general secretary) कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने आरोप लगाया कि पूरा प्रशासन कांग्रेस सरकार के दवाब में काम कर रहा है. हालांकि उनके आपत्ति जताते ही आयोजक कांग्रेस नेता विनय बाकलीवाल ने ग़लती सुधरवा ली थी. जैन संत विद्यासागर महाराज के इंदौर में मंगल प्रवेश का मौका भी राजनीति और विवाद की भेंट चढ़ गया. शोभा यात्रा निकालने के लिए विनय बाकलीवाल,जो शोभायात्रा के मुख्य संयोजक और शहर कांग्रेस अध्यक्ष भी हैं, ने जिला प्रशासन से इजाज़त ली थी. अनुमति पत्र के 15 नंबर के बिंदु में लिखा कि ये अनुमति नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को जनहित में वापस लेने की दुआ करने के बाद ज्ञापन सौंपने के लिए प्रदान की जा रही है.
कैलाश विजयवर्गीय की आपत्ति
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने फौरन इस पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने ट्वीट किया कि प्रशासन कांग्रेस के दबाव में कर काम रहा है. इसका उदाहरण शोभा यात्रा का अनुमति पत्र है.
सबने की निंदा
इंदौर में जैन संत विद्यासागर महाराज की अगवानी करने पहुंचे बीजेपी, आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने भी इसकी निंदा की. उन्होंने कहा शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल का CAA के विरोध के नाम पर जुलूस के लिए अनुमति लेना ग़लत है. ये कांग्रेस की जैन समाज को बदनाम करने की कोशिश है.बाकलीवाल ने सत्ता का दुरुपयोग करते हुए महाराज और भक्त मंडल की जानकारी के बिना सीएए का विरोध करने के नाम पर सुबह 9 से 11 बजे जुलूस की परमिशन ली थी.
इबारत बदलवायी
इसके बारे में जब भक्त मंडल के सुनील जैन को पता चला, तब उन्होंने तत्काल सीएए का विरोध का कॉलम हटवाकर दूसरी परमिशन प्रशासन से बनवाई. सुनील जैन ने स्पष्ट कहा कि दिगंबर और श्वेतांबर जैन समाज नागरिक संशोधन एक्ट का समर्थन करता है.
ये है टाइपिंग इरर
बाद में शहर कांग्रेस अध्यक्ष और यात्रा के मुख्य संयोजक विनय बाकलीवाल की सफाई आयी. उन्होंने कहा अनुमति पत्र में नागरिकता संशोधन कानून से संबधित 15 नंबर बिंदु बाबू की टाइपिंग मिस्टेक से जुड़ गया था. इसे बाद में बदल दिया गया और दूसरी संशोधित अनुमति ले ली गई.
11 मंत्रियों और 5 विधायक
जैन संत विद्यासागर महाराज 20 साल बाद इंदौर पहुंचे हैं. उनकी अगवानी के लिए 11 कैबिनेट मंत्रियों और 5 विधायकों के साथ हजारों लोग मौजूद थे. आचार्य 4 किलोमीटर के विहार में करीब 15 बार रुके और 4 बार बैठे. परिवार के लोग अपने छोटे बच्चों को कंधे पर बैठाकर आचार्य के दर्शन करवा रहे थे.
बोहरा समाज ने किया स्वागत
आचार्य विद्यासागर महाराज की अगवानी करने के लिए वैश्य, बोहरा मुस्लिम समाज के साथ दूसरे समाज के लोग भी पहुंचे थे. मार्ग पर 50 से ज्यादा स्वागत मंच बनाए गए थे. बोहरा समाज के जौहर मानपुरवाला ने बताया कि स्कीम नंबर 140 पर बोहरा समाज के प्रतिनिधि मंडल ने भी आचार्य के पैर छूकर आशीर्वाद लिया.