अतिथि विद्वानों ने अपने खून से सोनिया गांधी को लिखा पत्र, याद दिलाया वचन पत्र का वादा
इंदौर
मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी का कहना है कि कमलनाथ सरकार (Kamalnath Government) पूरी सकारात्मकता से एक-एक अतिथि विद्वान के हितों की रक्षा कर रही है. उन्होंने कहा कि अतिथि विद्वानों के रिक्रूटमेंट (recruitment) का कैलेंडर निकला हुआ है, जो अतिथि विद्वान रिक्रूट होते जाएं वो काम पर जाएं, जिससे शिक्षा व्यवस्था बनी रहे. उन्होंने कहा कि धरने पर बैठने से कुछ नहीं होगा. लोकतंत्र में सकारात्मक विरोध होना चाहिए लेकिन जब सरकार सब चीज आपके हिसाब से कर रही है तो में मेरा आग्रह है कि वो धरने से उठ जाएं.
नियमितीकरण की मांग को लेकर प्रदेश के कॉलेजों के अतिथि विद्वान पिछले एक महीने से हड़ताल पर हैं. पहले उन्होंने 2 दिसम्बर से पिपरिया से पदयात्रा निकाली और उसके बाद वे भोपाल में कड़कड़ाती ठंड में खुले आसमान के नीचे धरना दे रहे हैं.
रविवार को अपने धरने के 28 वें दिन अतिथि महिला विद्धानों ने अपने खून से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सीएम कमलनाथ और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस के वचन पत्र में किए गए अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण के वादे को पूरा करने की मांग की है.