पुलिस की छत्रछाया में चल रहा है एक का अस्सी बनाने का खेल, धनपुरी के युवाओ की बर्बादी का जिम्मेदार कौन ?
01 को 80 बनाने फंस रहे युवा .AC में बैठकर हिसाब करता है किंग
सट्टेबाजो की निकल पड़ी, पुलिस की छत्रछावं में फलफूल रहा सट्टे का बाज़ार
जोगी एक्सप्रेस
शहडोल,अखिलेश मिश्रा । जहां एक और पुलिस महानिरीक्षक के द्वारा जुआं, सट्टा जैसे सामजिक कोढ़ कहे जाए वाले इस खेल पर रोक लगाई जा रही है वहीं दूसरी ओर धनपुरी नगर में सट्टे का कारोबार बड़ी तेजी से चल रहा है। सट्टे के कारोबार में युवाओं का रुझान अधिक दिखाई पढ़ रही है और यही कारण है कि युवा वर्ग के लोग सट्टे जैसे अपराध को करते – करते बड़े अपराध करने से नहीं चूकते। वही स्थानीय पुलिस द्वारा युवाओं को नई दिशा दिखाने की वजह धनपुरी नगर में सट्टे के कारोबार में लिफ्ट किया जा रहा है। युवा वर्ग के लोग एक रूपय में 80 रुपए बनाने के चक्कर में यह कार्य करते हैं जबकि सट्टे के किंग को आगामी समय में नपा की कुर्सी भी संभालनी है। यही कारण है की सट्टे कारोबार को अंजाम देने वाला किंग AC में बैठकर हिसाब किताब करता रहता है।
यहां होता है चुकारा
दिनभर सट्टा पट्टी काटने के बाद छोटे-मोटे सटोरिया सट्टे के बादशाह को चुकारा देते हैं। यह छक्का चौका का खेल दिनभर चलता है और शाम होते ही सट्टे के बादशाह के पास भारतीय स्टेट बैंक धनपुरी नंबर 3 के सामने चुकारा के लिए पहुंच जाते हैं। जहां सट्टे का बेताज बादशाह हिसाब किताब करता है और सब का हिस्सा सबको बराबर दिया जाता है। जानकारों की माने तो इस खेल में खिलाड़ियों के साथ बेईमानी नहीं की जाती है, बताया जाता है कि इस खेल में यदि बेईमानी की गई तो बादशाह को काफी लंबा नुकसान झेलना पड़ सकता है।
वर्दीधारियों का मिला अभय दान
एक और वर्दीधारी अपनी अच्छी पैठ बनाने के लिए अच्छी खासी रिपोर्टिंग करते हैं वहीं दूसरी ओर वर्दीधारी ही इन सटोरियों को अभय दान दे रखे हैं। धनपुरी नगर के कोने कोने में इन दिनों सट्टे का कारोबार जोरों पर चल रहा है लेकिन वर्दीधारियों को इस अपराध की चिंता नहीं है और यही कारण है कि सटोरिए खुलेआम अपना खेल धनपुरी नगर के कोने-कोने में खेल रहे हैं।
मिलता है हिस्सा
इस खेल को बढ़ावा देने वाले वर्दीधारियों को बराबर का हिस्सा समय समय पर मिलता रहता है जिससे खेल चलता रहता है और कार्यवाही नहीं हो पाती हालांकि वर्दीधारी कार्यवाही दिखाने के लिए एक-आध महीने में एक-दो कार्यवाही कर लेते हैं जिससे वरिष्ठ अधिकारियों के सामने यह ना कहने को रहे कि कार्यवाही नहीं होती है। वही हिस्सेदारी में सफेदपोश से लेकर वर्दीधारी और चौथा स्तम्भ कहे जाने वाले कुछ चुनिन्दा लोगो को भी नेता जी मैनेज कारने का अच्चा खासा हुनर अपने पास रखते है अब इन तीनो के एक होते हुए भला नेता जी के गिरेबां में हाथ डालने की जुर्रत कौन करेगा। हफ्ता व महीना समय में पहुंचा दिया जाता है और सटोरियों का बादशाह अपने खेल को खुलेआम अंजाम दे रहा है।
कोयलांचल में बनारसी भी उठा रहा सट्टे का लाभ
श्रमवीरो की नगरी होने की वजह से लोग रोजी रोटी की तलाश में इस धन की नगरी में अपने जीवन यापन के लिए भोले भले मासूम बन कर आते है समूचे भारत वर्ष से लोग इस मायानगरी की ओर खिचे चले आते है और माया भी कैसी चाहे वो सीधे रस्ते से आए या गलत रस्ते बंद नहीं होने चाहिए बनारस से आये हुए लोगो ने कभी सपनों में सोचा भी नही होगा की यहाँ आते ही उनकी तक़दीर ही पलट जाएगी जानकारों की माने तो रात में पट्टी और चुकारा से फुरसत हों कर कुछ खाखी वर्दी और सफ़ेद पोशो के साथ महफ़िल में ये तराना गुंज उठता है किसी से कम समझियो न हमारा नाम बनारसी बाबू ….
विपक्ष के नेता बने बादशाह
हाल ही में धनपुरी नगरपालिका में नगरी निकाय का चुनाव होना है और विपक्ष के नेता चुनाव की तैयारियों में पूरी तरह जुटे हुए हैं वहीं दूसरी ओर नेता जी का सट्टे के कारोबार भी चरम पर है कही नेता जी को इसका असर आगामी चुनाव में देखना न पड़ जाय शायद इसी बात से डरे हुए नेताजी इस कारोबार में अपने आप को सामने नहीं ला रहे हैं।
इनका कहना है
आपने मुझे जानकारी दी है मैं तत्काल कार्यवाही करूंगा ,
एस के वर्मा – अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहडोल