दान पत्र के आधार पर बेच दी बीस एकड़ सरकारी जमीन
भोपाल
कजलीखेड़ में बीस एकड़ सरकारी जमीन पर कब्जा कर उसको दान पत्र के आधार पर बेच दिया गया। पुलिस ने इस मामले में आरोपी भू-माफिया के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। कोलार टीआई अनिल वाजपेयी के मुताबिक भू-माफिया अंतर सिंह ने कजलीखेड़ा में करीब बीस एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया था। इतना ही नहीं उस जमीन को दान पत्र के आधार पर लोगों को बेच दिया था। साथ ही खुद का मकान भी उसने अवैध तरीके से बनाया था। इस मामले में स्थानीय लोगों ने राजस्व विभाग ने शिकायत की थी।
राजस्व निरीक्षक अनिल गावड़े ने शिकायती की जांच में पाया कि पचास हजार से लेकर बीस हजार रुपए तक लेकर उसने प्लॉटिंग कर बेचे हैं। इस मामले का खुलासा होने के बाद निरीक्षक की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। साथ ही पुलिस ने घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया, जिसे पुलिस आज कोर्ट में पेश कर जेल भेज देगी। जमीन की कीमत करीब 20 करोड़ रुपए होना बताई जा रही है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
कजलीखेड़ा में अधिकांश भूमि सरकारी है,और उस पर लोगों ने अपने मकान तान लिए है। बताया जाता है कि कोलार में रहने वाले कई रसूखदार लोगों ने जमीन को बेचकर वसूली की है। जिन लोगों ने जमीन खरीदी है, उन लोगों से भी पूछताछ कर रही है। इस मामले में राजस्व विभाग जांच कर रहा है। जिन लोगों के नाम सामने आते हैं, पुलिस उन पर कार्रवाई करेगी। अभी भी गांव में जमीन बेचकर लोगों से पैसे ऐंठे जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि अमर सिंह से पूछताछ की जा रही है, जिससे पता चल सके कि उसके साथ कितने लोग शामिल हैं।