हनी ट्रैप: मानव तस्करी मामले में बड़ा खुलासा, IAS अफसरों को ब्लैकमेल कर 1 करोड़ से अधिक की हुई वसूली
भोपाल
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बहुचर्चित हनी ट्रैप केस (Honey Trap Case) में बड़ा खुलासा हुआ है. जिस मानव तस्करी (Human Trafficking) मामले में शनिवार को भोपाल जिला कोर्ट (Bhopal Court) में सीआईडी ने चार्जशीट पेश की थी, उसमें गिरोह द्वारा सीनियर IAS अफसर पीसी मीणा से 20 लाख रुपए और एक अन्य IAS अधिकारी से एक करोड़ रुपए वसूलने की बात सामने आई है. गैंग ने इन दोनों अफसरों के अश्लील वीडियो बना लिए थे. चार्जशीट में कई आईएएस अफसरों के वीडियो बनाने का जिक्र भी है. सीनियर आईएएस पीसी मीणा का अश्लील वीडियो वायरल (Viral Video) होने के बाद आरोपी आरती दयाल दूसरी आरोपी श्वेता विजय जैन से नाराज हो गई थी.
आरोपी आरती और श्वेता विजय जैन ने एक आईएएस अधिकारी को ब्लैकमेल कर, उससे एक करोड़ रुपए वसूल किए थे. सरकारी अधिकारी हरीश खरे और अरुण निगम का भी अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें भी आरोपी महिलाओं ने ब्लैकमेल किया था. बताया गया कि महिलाओं ने पीसी मीणा से 20 लाख रुपए, व्यापारी नरेश सीतलानी से 5 लाख रुपए लिए थे. वहीं आरती दयाल ने छतरपुर में ऑटो मोबाइल शोरूम के संचालक मनीष अग्रवाल को ब्लैकमेल कर क्रेटा कार में 4 लाख रुपए का डिस्काउंट लिया था.
आरोपी आरती, श्वेता विजय जैन और अभिषेक सिंह ने मोनिका को आर्थिक मदद कर बहला-फुसलाकर लैक मेलिंग के धंधे में उतारा था. इंदौर पुलिस ने हनीट्रैप के खुलासे के बाद मोनिका के पिता की शिकायत पर आरोपी महिलाओं के खिलाफ मानव तस्करी का केस दर्ज किया था. इस मामले की जांच भोपाल सीआईडी कर रही थी, जिसने जांच के बाद जिला कोर्ट में चार्जशीट पेश की. इस केस में श्वेता विजय जैन, आरती दयाल, श्वेता स्वप्निल जैन, बरखा भटनागर सोनी को आरोपी बनाया गया था.