शहडोल RTO की मनमानी ,खतरे में पड़ी यात्रियों की जिंदगानी :बस मालिक पर जम कर बरस रही साहब की कृपा
जोगी एक्सप्रेस
शहडोल [अखिलेश मिश्रा] , जिला परिवहन अधिकारी की मनमानी से आम जनता की मौत हो सकती है यह बात जिला परिवहन अधिकारी के साथ उपायुक्त भी नहीं समझ पा रहे हैं क्यू की मामला मोटी कमाई का है ,जानकारों की माने तो नगर के बस संचालक रूपचंद्र मंगलानी द्वारा अवैध रूप से शहडोल से नागपुर तक बस चलाई जा रही है जो कि पूरी तरह से अवैध है! बावजूद इसके परिवहन विभाग ने खुली छूट दे रखी है और रूपचंद्र मंगलानी ने यह ठान लिया है कि संभाग की जनता मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकती,हम तो अपनी बस चलाएंगे सब अधिकारी जब हमारे अपने है तो फिर हमें क्या हमारी बस के पहिये थामने नहीं चाहिए , बाकी साहब है न, शहडोल से नागपुर तक का सफर कर रही है यह बस जिसमे आम जनता सुरक्षित नहीं है बस संचालक को यह लगता है कि कितनी जल्दी बस नागपुर से चक्कर मार कर आ जाये ,जब सारे अधिकारी बस मालिक को सह दे रहे हो तो परिवहन विभाग के अधिकारी व उपायुक्त चुप क्यू न रहे , सवाल आम जनता की जिन्दगी से जुड़ा है और अधिकारियो को पैसो की हवस के आगे इंसानी जिंदगी की कोई परवाह नहीं ,इन्सान पैसो के लिए इतना भी गिर सकता है इसका जीता जागता नमूना शहडोल जिले से अच्छा भला और कहा मिलेगा, सूत्रों की माने तो अधिकारी इस बस के मालिक रूपचंद मंगलानी को खुली छूट दे रखे हैं की बेखौफ बिना परमिट के वाहन का संचालन करो जब कुछ होगा हम सम्हाल लेंगे , जबकि माना जाए तो यह नियम के अनुसार सीधा सीधा अपराध की श्रेणी में आता है बावजूद इसके ना तो परिवहन विभाग के अधिकारी इस पर कार्यवाही कर रहे हैं और ना ही उपायुक्त इस ओर ध्यान दे रहे हैं, आलम यह है कि आम जनता को मौत के घाट उतरने पर खुद अधिकारी ही तुले हुए है !यहाँ पर इंसानी जिंदगी की कोई कीमत नहीं
कहाँ है बीमा ?……
पक्षीराज बस संचालक द्वारा ऑल इंडिया परमिट तो ली गई है जबकि ऑल इंडिया परमिट में सिर्फ टूरिस्ट के रूप में चलाया जा सकता है लेकिन दबंग माने जाने वाले इस बस संचालक द्वारा अपनी मनमानी करते हुए टूरिस्ट बस ना चला कर शहडोल से नागपुर तक रोजाना चलाया जा रहा हैं,जो की सरासर नियम विरुद्ध है ! इसमें यात्रा कर रहे यात्रियों कोई यह नहीं पता की बस का बीमा है या नहीं खुद का बीमा है या नहीं बस कब कहां दुर्घटनाग्रस्त हो जाए इसकी परवाह ना तो वाहन स्वामी को है ना ही परिवहन विभाग के आलाधिकारियों को है, माना जाए तो आलम यह है कि बस संचालक की मनमानी जोरों पर है और यह सब नजराना देखते हुए यह साबित होता है कि कहीं ना कहीं पुलिस प्रशासन व आरटीओ विभाग की मिलीभगत से यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है,सूत्रों की माने तो बस संचालक को खुली छूट परिवहन विभाग के अधिकारी सोनवानी ने दे रखी है हालांकि रूपचंद्र मंगलानी के चहेते भी शहडोल नगर में घूम रहे हैं जिन्होंने यात्रियों की जान से खिलवाड़ होने पर आपत्ति की गई लेकिन दबंग कहे जाने वाले मोटर मालिक के गुर्गे उन्हें चुप रहने की नसीहत देते घूम रहे है , अप्पति कर्ताओ ने जनता के जीवन के साथ किसी प्रकार का हादसा न हो सिर्फ इस लिए अपना रोष प्रकट कर रहे है !पर अपत्तिकर्ताओ की यहाँ सुनता ही कौन है ….
क्या कह कर रहा परिवहन विभाग….
परिवहन विभाग की मान्यता है की रूपचंद्र मंगलानी जिस बस का संचालन शहडोल से नागपुर तक कर रहे हैं वह बस सुरक्षित है, लेकिन कागजों की माने तो इस बस का ना तो शहडोल से नागपुर तक जाने का परमिट है और ना ही बीमा है आलम यह है कि बस मालिक अपनी मनमानी करते हुए बस क्रमांक mp 18 पी 87 99 को खुले तौर पर सड़कों पर चला रहे हैं जानकारों की माने तो सेटिंग तो इतनी अच्छी है कि बस संचालक शहडोल से लेकर पाली उमरिया शाहपुरा मेहंदवानी मंडला होते हुए नागपुर जाती है लेकिन इस बीच इतने थाने पढ़ते हैं कि जिसका कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सकता लेकिन पक्षीराज के बस संचालक ने कुछ इस तरह सेटिंग बना रखी है कि मानव पूरे राज्य को खरीद रखा हो।
प्रशासन मौन क्यू ….
शहडोल संभाग के परिवहन विभाग के आला अधिकारियों ने साफ-साफ चुप्पी साध रखी है कि पक्षीराज बस के संचालक के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं करनी है कारण यही है कि कहीं ना कहीं पक्षीराज बस ट्रेवल्स के संचालक द्वारा अच्छी-खासी मोटी रकम का लेन देन होता है यह बात तो समझ के परे है कि अंदर का मामला क्या है दरअसल आलम यह है कि अवैध रूप से बस का संचालन किया जा रहा है लेकिन परिवहन विभाग सहित पुलिस प्रशासन ने भी कुछ इस कदर चुप्पी साधी है कि मानो पूरा का पूरा प्रशासन अपनी आंखें बंद कर रखा हो लेकिन ऐसा नहीं है ये पब्लिक है सब जानती है और यही कारण है कि आज आम जनता यह पूछ रही है कि यह बस किन नियमों के तहत शहडोल से नागपुर तक चलाई जा रही है?…………..
तो क्या मौत का है इंतजार….
जानकारों की माने तो पक्षीराज बस ट्रेवल्स के मालिक को शहडोल संभाग की जनता के मौत का इंतजार है और यही कारण है कि बिना बीमा बिना परमिट के ही शहडोल से नागपुर तक बस चलाई जा रही है एक राज्य से दूसरे राज्य में जा रही बस को ना तो कोई देखने वाला है और ना ही कोई बोलने वाला है हालांकि इस मामले में ट्रेवल्स के मालिक की गलती कम ही मानी जाएगी क्यूकी बस के मालिक ने तो अच्छी खासी मोटी रकम परिवहन विभाग के आलाधिकारियों को दे रहे हैं और यही कारण है कि पक्षीराज ट्रैवल्स के विरुद्ध आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है हालांकि अब आम जनता तक यह बात पहुंच चुकी है कि हमारी यात्रा कैसी होगी और कैसे सुरक्षित होगी आलम यह है कि यात्रियों को बस में बैठने के पहले पहले तो भगवान को याद करना पड़ता है और उसके बाद परिवहन विभाग सहित बस संचालक को याद करना पड़ता है की यदि कोई दुर्घटना हो जाए तो इसका जवाबदेही कौन होगा।वही स्थानीय युवक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया की यदि अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं करते तो ,अब शहडोल से नागपुर के लिए इस बस को नहीं चलने दिया जायेगा ,इसका विरोध नगर के युवा करेंगे ,और साशन प्रशासन को अवैध रूप से चल रही बस से अवगत कराते हुए ज्ञापन भी सौपेंगे
जिम्मेदार कौन …..
शहडोल नगर में खुले तौर पर हो रहे भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लग पा रही है और यही कारण है कि छोटे-मोटे बस संचालको पर तो इनका खूब रौब चलता है ,वही मोटी मछली कही फिसल न जाए इस पर खामोश ही रहते है ,और यही मोटी मछली खुले तौर पर परिवहन विभाग को ठेंगा दिखा रहे , अब तो परिवहन विभाग भी नाकारा साबित हो रहा है कार्यवाही न करने के बस यही कारण है कि आम जनता की जिंदगी के साथ बड़ी दुर्घटना का इंतज़ार संभाग के बड़े अधिकारियो की मर्जी से सुनिश्चित हो गया है लेकिन आम जनता भी शासन-प्रशासन से यही बात पूछ रही है कि आखिर कार्यवाही करने के लिए कौन जिम्मेदार होगा?…
अधिकारी के गैरजिम्मेदारान बयान
परिवहन विभाग के अधिकारियों की माने तो परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यदि बस गलत चलाई जा रही है तो कार्यवाही करेंगे लेकिन कार्यवाही करने के लिए किसी की शिकायत होना अनिवार्य है यहां तो इस बात से जनता परेशान है कि आखिर परिवहन विभाग की आंखें कौन खोलेगा परिवहन विभाग के अधिकारी सोनवानी से फोन पर चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि यह सब शिकायतें आपके अपनों ने की है जब मौत होगी तो देखा जाएगा और कार्यवाही करेंगे अभी ना तो मौत हुई है और ना ही कोई दुर्घटना हुई है।