करगिल फौजी का कमाल, सिविल सर्विस क्लियर
चंडीगढ़
पढ़ाई या अपने सपनों को पूरा करने की कोई उम्र नहीं होती। इस बात को करगिल युद्ध के पूर्व सैनिक ने सच कर दिखाया है, जिन्होंने आर्मी से रिटायर होने के बाद अब सिविल सर्विस का पेपर पास कर लिया है। अब वह नौकरशाह के तौर पर हरियाणा में नियुक्त होंगे। हम यहां बात कर रहे हैं 39 साल के नसीब फोगाट की। नसीब ने हरियाणा स्टेट सिविल सर्विस (HCS) क्लियर किया है। अब जल्द वह अफसर बन जाएंगे।
परिवार के लिए छोड़ी थी पढ़ाई
साल 1998 की बात है। तब नसीब सिर्फ 17 साल के थे। तब आई बाढ़ ने उनके परिवार की आर्थिक स्थिति को बिगाड़ कर रख दिया। सारी फसल बर्बाद हो गई थी। इस वजह से तब नसीब को पढ़ाई छोड़नी पड़ी। फिर वह किसी तरह भारतीय सेना में भर्ती हो गए और आर्थिक तौर पर परिवार की मदद करने लगे। उनका बरसों पुराना ऑफिसर बनने का सपना अब जाकर पूरा हुआ। बता दें कि नसीब चरखी दादरी जिले के खाटीवास गांव के रहनेवाले हैं।
पिछले हफ्ते हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन (HPSC) के नतीजे घोषित हुए हैं। इस एग्जाम को नसीब ने न सिर्फ पास किया, बल्कि वह टॉपर्स में शामिल हैं। करगिल युद्ध के पूर्व सैनिक नसीब फोगाट राज्य के उन चुनिंदा नौकरशाहों में से होंगे जिन्हें देश के लिए युद्ध लड़ने का भी अवसर मिला। नसीब ने साल 2014 में सेना से समयपूर्व रिटायरमेंट ले लिया था। पिछले 20 सालों में उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएट की दो डिग्री के साथ-साथ लॉ की डिग्री भी हासिल की है।
नसीब बताते हैं कि 2014 से 2018 तक का वक्त मेरे लिए काफी मुश्किल भरा था क्योंकि आर्मी की बेहद कम पेंशन में जीवन यापन आसान नहीं था। मैंने अपनी सारी जमापूंजी अपनी तैयारी और बेटियों की पढ़ाई पर लगा दी थी। नसीब जल्द ही सब डिविजनल मैजिस्ट्रेट (एसडीएम) या उसके बराबर किसी पोस्ट पर जॉइन करेंगे।