भयंकर सूखा और किसानों द्वारा की जा रही आत्महत्या को रोकने के बजाय बोनस तिहार के नाम पर ठगना बंद करें सरकार : संजय चौधरी
जोगी एक्सप्रेस
बसना अनुराग नायक-किसानों के घरों में मातम और सरकार मना रही बोनस तिहार,आत्महत्या किये किसानों के सम्मान में बोनस तिहार के नाम से किसानों को ठगना बंद करें पूरे 3 साल का बोनस और धान का समर्थन मूल्य दें सरकार – संजय चौधरी,अध्यक्ष युवा कांग्रेस सरायपाली विधानसभा
अकाल में ये कैसा उत्सव
छत्तीसगढ़ में किसानों की आर्थिक हालत लगातार नाजुक बनी हुई है और इसी कारण किसान आत्महत्या करने जैसा भयानक कदम उठा रहे हैं । हाल ही में कवर्धा और धरसीवा क्षेत्र के 2 किसानों कुंजबिहारी साहू ग्राम कोरेसरा और किसन धीवर ग्राम बेलटुकरी ने कर्ज से तंग आकर आत्महत्या कर ली । सरकार द्वारा बोनस बाँटने की घोषणा के बाद गत एक माह में अब तक 5 किसान आत्महत्या कर चुके है ।
इस वर्ष भयंकर सूखा के कारण किसानों की आर्थिक स्थिति गंभीर हो चुकी है, कर्ज और बढ़ चुका है और ऐसे में उपज नहीं आने की आशंका में किसान आत्महत्या जैसा भयानक कदम उठा रहे हैं। बोनस देना है तो पूरे 3 साल का बोनस तीन सौ रुपया एवं समर्थन मूल्य 21सौ रुपए में 1 एकड़ में कुल उत्पादित धान लगभग 25 से 30 क्विंटल खरीदें,और परिस्थितियों में बोनस तिहार का मनाना, किसानों का सरासर अपमान है । एक तरफ किसानों के घर में मातम पसरा हुआ है और दूसरी तरफ सरकार केवल 1 वर्ष का एक तिहाई बोनस बोनस बांट कर पूरे प्रदेश में त्यौहार का माहौल खड़ा करने का प्रयास कर रही है ।
चौधरी ने बयान जारी कर कहा है कि बोनस तिहार पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाए । इस मद में खर्च की जाने वाली राशि को आत्महत्या किए किसानों के परिवारों में मुआवजा वितरित किया जाये । सूखा में तमाम शासकीय आयोजन रद्द होने चाहिए।पंचायतों के मुलभूत की राशि से सीएम की सभा में भीड़ जुटाने का फरमान जारी किया गया है इसी तरह राज्योत्सव पर फिजूल खर्च पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए ।