कड़े मुकाबले में फंस गए महापौर के दावेदार
रायपुर
शहरी सत्ता का संग्राम अब वार्डों में गहरा गया है। हर कोई एक दूसरे को पटकनी देने कमर कस लिए हैं। कांग्रेस और भाजपा के महापौर पद के दावेदार मुश्किलों में घिर गए हैं। उन्हें नए उम्मीदवारों से तगड़ी टक्कर मिल रही है। दिलचस्प बात यह है कि महापौर पद के इन दावेदारों पर दूसरे वार्डों में प्रचार की जिम्मेदारी है। मगर वे अपने ही वार्ड से नहीं निकल पा रहे हैं।
कांग्रेस और भाजपा के आधा दर्जन नेताओं को महापौर का दावेदार समझा जा रहा है। जिनमें मौजूदा महापौर प्रमोद दुबे भी हैं। वे भगवती चरण शुक्ल वार्ड से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके खिलाफ पहले दिन से ही वार्ड से बाहर का प्रत्याशी होने का माहौल बन गया है। हालांकि प्रमोद के लिए राहत की बात यह है कि भाजपा प्रत्याशी सचिन मेघानी भी भगवती चरण वार्ड से बाहर के रहवासी हैं। इन सबके बावजूद प्रमोद दुबे को कड़ी टक्कर मिल रही है। अरविंद दीक्षित वार्ड से भाजपा के सुभाष तिवारी को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उनके खिलाफ भी बाहरी होने का हवा है। इसके अलावा निर्दलीय उम्मीदवार आसान समझी जाने वाली जीत की राह में मुश्किल पैदा कर रहे हैं। उन्हें कांग्रेस के आकाश दीप शर्मा से कड़ी टक्कर मिल रही है। इसी तरह संत वाल्मिकी वार्ड से शहर जिला भाजपा अध्यक्ष राजीव अग्रवाल के खिलाफ भी बाहरी का माहौल है। कांग्रेस के प्रमोद मिश्रा उन्हे चुनौती दे रहे हैं।
कांग्रेस के एजाज ढेबर को मौलाना अब्दूल रउफ वार्ड के अल्पसंख्यक बाहुल्य इलाके में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा प्रत्याशी सुनील बांद्रे को बस्तियों में अच्छा समर्थन मिल रहा है। कुछ वोट जनता कांग्रेस के खाते में जाता दिख रहा है। भाजपा के महापौर पद के एक अन्य प्रमुख दावेदार संजय श्रीवास्तव को कालीमाता वार्ड से कांटे की टक्कर मिल रही है। इसी तरह तात्यापारा वार्ड में चार बार के पार्षद प्रफुल्ल विश्वकर्मा भी घिर गए हैं। इस बार उनका मुकाबला रितेश त्रिपाठी से है। ठाकुर प्यारेलाल वार्ड से कांग्रेस के ज्ञानेश शर्मा को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उनके खिलाफ भाजपा के पूर्व शहर जिला अध्यक्ष अशोक पाण्डेय मैदान में हैं, लेकिन दोनों के बीच पूर्व पार्षद बसंत गिरेपूंजे की दमदार मौजूदगी ने सारे समीकरण गड़बड़ा दिए हैं। इन दिग्गजों को दूसरे वार्डो में भी प्रचार करने का जिम्मा दिया था लेकिन वे अपने वार्ड से नहीं निकल पा रहे हैं।