सीआरपीएफ जवानों के बीच फायरिंग, 2 की मौत
रांची
झारखंड में सुरक्षाबलों की मौत का एक और मामला सामने आया है। इस बार केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों के बीच सोमवार को हुई गोलीबारी में दो अधिकारियों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। इससे पहले 7 दिसंबर यानी शनिवार को गुमला में चुनाव के दौरान गोली चलने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि बोकारो में सीआरपीएफ की 226वीं बटैलियन की ‘चार्ली’ कंपनी में सोमवार रात साढ़े नौ बजे यह घटना हुई। इसमें सहायक कमांडेंट रैंक के एक अधिकारी और एक सहायक उप निरीक्षक की मौत हो गई और दो जवान घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि घायलों में से एक जवान ने ही इस घटना को अंजाम दिया।
घटनास्थल पर पहुंचे सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी
जानकारी के मुताबिक, सीआरपीएफ की यह इकाई राज्य में चुनावी ड्यूटी पर तैनात थी। यहां दो चरण के चुनाव हो चुके हैं और तीन चरण के चुनाव अभी होने हैं। घायल जवानों को राज्य की राजधानी रांची लाया गया है। सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी और राज्य पुलिस के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
सीआरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘इस घटना के पीछे क्या वजह रही यह अभी पता नहीं चल पाया है। इस संबंध में जांच के आदेश दिए गए हैं।’ शनिवार को गुमला डिले की सिसई विधानसभा में वोटिंग के दौरान कुछ लोगों ने एक जवान की बंदूक छीनने की कोशिश की थी। इस पर जवान ने फायरिंग कर दी थी। रैपिड ऐक्शन फोर्स (आरएएफ) जवान की इस फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि दो लोग घायल हो गए थे।
छत्तीसगढ़ में आईटीबीपी कैंप में गोलीबारी में गई थी 6 की जान
इससे पहले छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के एक जवान ने अपने पांच साथियों को गोली मार दी थी। बाद में उस जवान की भी जान चली गई। बताया गया था कि छुट्टियों को लेकर हुए विवाद के बाद जवान ने यह कदम उठाया। जानकारी के मुताबिक, आईटीबीपी जवान मसुदुल रहमान ने सर्विस रिवॉल्वर से अचानक साथी जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। अचानक हुई इस गोलीबारी में जवानों को संभलने का मौका भी नहीं मिला।