राहुल गांधी के भारत को ‘रेप कैपिटल’ बताए जाने पर उपराष्ट्रपति ने दी नसीहत
पुणे
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भारत को 'रेप कैपिटल' बताए जाने पर उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने उनका नाम लिए बिना नसीहत दी है। नायडू ने कहा कि हमें अपने देश का नाम बदनाम नहीं करना चाहिए। इस तरह के क्रूरता के मामले में हमें राजनीति नहीं करनी चाहिए। उपराष्ट्रपति ने कहा कि नया कानून लाना भी रेप की समस्या का समाधान नहीं है और निर्भया कानून इसका उदाहरण है।
पुणे में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा, 'भारतीय परंपरा में हम औरत को मां और बहन के रूप में व्यवहार करते हैं लेकिन इन दिनों देश के कुछ हिस्सों में जो कुछ भी हुआ है, वह शर्मनाक है और हम सब के लिए चुनौती है। इसके समाधान के लिए नया कानून लाना समाधान नहीं है। मैं नया कानून या विधेयक लाने के खिलाफ नहीं हूं। हम निर्भया के लिए बिल लाए। क्या हुआ? क्या समस्या का समाधान हो गया?'
'क्रूरता के मामलों में राजनीति नहीं करना चाहिए'
नायडू ने कहा, 'भारत का नाम खराब हो रहा है। किसी ने कहा कि भारत 'फला चीज' का कैपिटल बनता जा रहा है, मैं इसमें नहीं पड़ना चाहता हूं। हमें अपने देश के नाम को बदनाम नहीं करना चाहिए। हमें इस तरह के क्रूरता के मामलों में राजनीति नहीं करना चाहिए।'
राहुल ने मोदी सरकार पर साधा था निशाना
बता दें कि कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा तो भारत को दुनिया का रेप कैपिटल बताया था। उन्होंने कहा था कि भारत दुनिया के रेप कैपिटल के रूप में जाना जाता है। अपने संसदीय क्षेत्र केरल के वायनाड में एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने रेप और हत्या के आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर केस में पीएम की चुप्पी पर सावल उठाया।
राहुल गांधी ने कहा, 'भारत दुनिया के रेप कैपिटल के रूप में जाना जाता है। दूसरे देश पूछ रहे हैं कि क्यों भारत अपनी बहन-बेटियों की सुरक्षा नहीं कर पा रहा है। एक बीजेपी एमएलए एक महिला के रेप में शामिल है, लेकिन पीएम इस पर एक शब्द भी नहीं बोलते हैं।'