छात्रावास, आश्रमों में संविदा पदस्थ अधीक्षकों का अध्यापक संवर्ग में संविलियन
भोपाल
आदिम जाति कल्याण विभाग प्रदेश के चालीस जिलों के छात्रावास, आश्रमों में संविदा पदस्थ अधीक्षकों का अध्यापक संवर्ग में संविलियन करेगा। आयुक्त आदिवासी विकास ने इसके लिए प्रदेश के चालीस जिलों के सहायक आयुक्त और जिला संयोजकों से आश्रम और छात्रावासों में पदस्थ अधीक्षकों की जानकारी मांगी है।
प्रदेश के इंदौर, धार, अलीराजपुर, झाबुआ, बुरहानपुर, खरगौन, बड़वानी, रतलाम, ग्वालियर, श्योपुर, सागर, जबलपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, मंडला, सिंगरौली, शहडोल तथा रायसेन, विदिीशा, सीहोर, राजगढ़, हरदा, शाजापुर, आगरमालवा, मंदसौर, देवास, भिंड, मुरैना, गुना, दतिया, अशोकनगर, शिवपुरी, दमोह, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, कटनी, नरसिंहपुर, रीवा एवं सतना जिलों के आदिवासी छात्रावास और आश्रमों में पदस्थ अधीक्षकों को अध्यापक संवर्ग में संविलियन किया जाएगा। संविलियन के बाद इनका उपयोग इन आश्रम और छात्रावासों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के अध्यापन में भी किया जाएगा।
इसके लिए सभी चालीस जिलों के अधिकारियों से आयुक्त आदिवासी विकास ने जानकारी मांगी है। इसमें जिलों को आबंटित संविदा अधीक्षक के पद, नियुक्त संविदा छात्रावास अधीक्षक का नाम, पदस्थापना आदेश, शैक्षणिक योग्यता की जानकारी मांगी गई है। इनका संविलियन संविदा वर्ग दो और अध्यापक संवर्ग में किया जाएगा। इस तरह इन्हें नियमित पदों पर काम करने का मौका मिलेगा।