36 जिलों में रेत खदानों के ठेके देने हेतु टेंडर आज से शुरू
भोपाल
रेत खदानों को ठेके खोलने के पहले तकनीकी जांच के आधार पर खनिज विभाग ने विभिन्न जिलों से आए 19 ठेकों के आवेदन निरस्त कर दिए हैं। प्रदेश के 36 जिलों में रेत खदानों को ठेके देने के लिए टेंडर खोलने की प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है। वहीं खनिज साधन विभाग ने 6 जिलों मे दोबारा टेंडर बुलाने का फैसला लिया है। पन्ना जिले की टेंडर प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया है। इस प्रक्रिया की खास बात यह है कि एमपीएसएमसी की साइट पर पूरी टेंडर प्रक्रिया को आनलाइन लाइव देखा जा सकता है।
जिन 19 टेंडर को निरस्त किया गया है, उनमें 9 ठेकेदार ऐसे निकले हैं जिन्होंने 1000 रुपए के स्टांप पर जानकारी देने की बजाय 100 रुपए के स्टांप पर टेंडर प्रक्रिया पूरी की है। इसके साथ ही दो ठेकेदारों के आवेदन नेटवर्थ सर्टिफिकेट उचित नहीं पाए जाने पर खारिज किए गए हैं। आज होने वाली टेंडर खोलने की प्रक्रिया के दौरान प्रमुख सचिव खनिज नीरज मंडलोई विभाग के अधिकारियों से साथ कार्यवाही पूरी करा रहे हैं।
खनिज साधन विभाग द्वारा नई रेत नीति के आधार पर 43 जिलों में रेत की नीलामी के लिए पिछले माह बिड बुलाई थी। पांच अक्टूबर से शुरू की गई निविदा प्रक्रिया के अंतर्गत 26 नवम्बर को टेंडर प्रक्रिया की तकनीकी स्वीकृति दिए जाने तक 247 निविदा विभाग को आनलाइन मिली थीं। अब संभागवार टेंडर की वित्तीय स्वीकृति देने का काम आज से शुरू हो रहा है। यह प्रक्रिया मप्र राज्य खनिज विकास निगम के दफ्तर में आज से शुरू हो गई है। सूत्रों ने बताया कि एक-एक करके जिलों में बनाए गए समूहों को ठेके देने का काम किया जाएगा और जिन जिलों में कोई समूह निविदा से पीछे हटेगा या किसी तरह से डिफाल्टर की श्रेणी में आएगा, उसमें उसके बाद वाले समूह को ठेका देने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। चूंकि उज्जैन, गुना, शहडोल में एक-एक तथा शाजापुर और आगर मालवा में कोई निविदा नहीं आई थी। इसलिए इन जिलों में दोबारा बिड बुलाने की कार्यवाही की जा रही है। राजगढ़ जिले में दो निविदा आई थीं जिसमें से एक खारिज हो गई है और अब एक ही टेंडर होने के कारण वहां दोबारा रीबिड का फैसला लिया गया है।