राज्यपाल के ऑफर के बाद आज पार्टी की अहम बैठक, क्या महाराष्ट्र में बीजेपी बनाएगी सरकार?
मुंबई
महाराष्ट्र में रविवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेताओं की बैठक है. इस बैठक में बीजेपी नेता अपनी अगली रणनीति पर चर्चा कर सकते हैं. सरकार बनाने को लेकर जारी गतिरोध के बीच राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने बीजेपी से पूछा है कि क्या सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते वह सरकार बनाना चाहती है.
चुनाव नतीजे आए दो हफ्तों से ज्यादा वक्त गुजर गया है लेकिन महाराष्ट्र की कोई भी पार्टी या गठबंधन दल अभी तक सरकार बनाने का दावा पेश नहीं कर पाए हैं. आगे की रणनीति क्या होगी, इसे लेकर रविवार को बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक होगी. इसकी जानकारी पार्टी नेता चंद्रकांत पाटिल ने दी. उधर शिवसेना ने राज्यपाल कोश्यारी की इस पहल का स्वागत किया है. बता दें, शनिवार मध्य रात्रि को महाराष्ट्र की 13वीं विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो गया लेकिन अगली सरकार को लेकर अभी तक रुख स्पष्ट नहीं है.
बीजेपी को राज्यपाल का पत्र
महाराष्ट्र के बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, 'हमें राज्यपाल की ओर से पत्र मिला है. हमारी कोर कमेटी रविवार को बैठक करेगी और अगली कार्रवाई के बारे में चर्चा की जाएगी.' राज्यपाल ने यह कदम राज्य विधानसभा का कार्यकाल आधी रात को समाप्त होने से महज चार घंटा पहले उठाया. बीजेपी हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. एक आधिकारिक बयान में कहा गया, 'राज्यपाल ने सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी के निर्वाचित सदस्यों के नेता देवेंद्र फडणवीस से यह बताने को कहा कि क्या उनकी पार्टी महाराष्ट्र में सरकार बनाने की इच्छुक और उसमें सक्षम है.'
कोई पार्टी पेश नहीं कर सकी दावा
राजभवन के बयान में कहा गया है, '21 अक्टूबर को महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव कराए गए और 24 नवंबर को नतीजे भी घोषित हो गए. इसके बावजूद कोई अकेली पार्टी या गठबंधन दल सरकार बनाने के लिए अभी तक आगे नहीं आए हैं.' बयान के मुताबिक, इसलिए राज्यपाल ने सरकार बनाने को लेकर संभावना तलाशने का फैसला किया है. इसे देखते हुए सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी से सरकार बनाने को लेकर रुख स्पष्ट करने को कहा गया है.
बीजेपी-शिवसेना में मतभेद
बीजेपी ने 105 सीटें जीती हैं जबकि 288 सीट वाली महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 145 सीटों का है. बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने 56 सीटें जीती हैं लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों पार्टियों में मतभेद गहरा गए हैं. देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया लेकिन राज्यपाल ने उनसे कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा है.