भारत की PAK को दो टूक- अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला हमारा आंतरिक मामला
नई दिल्ली
अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भारत ने पाकिस्तान की प्रतिक्रिया पर कड़ा ऐतराज जताया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पाकिस्तान के बयान को हम अस्वीकार करते हैं. ये भारत का आंतरिक मामला है. यह कानून के शासन और सभी धर्मों, अवधारणाओं के लिए समान सम्मान से संबंधित है, जो उनका मामला नहीं है.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान की समझ की कमी आश्चर्य की बात नहीं है. नफरत फैलाने के स्पष्ट इरादे के साथ हमारे आंतरिक मामलों पर टिप्पणी निंदनीय है. बता दें कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अयोध्या मामले पर फैसले की टाइमिंग को लेकर नाराजगी जाहिर की थी.
उन्होंने कहा कि जिस दिन करतारपुर कॉरिोडर का उद्धाटन हो रहा है, उसी वक्त अयोध्या मामले पर फैसला सुनाया जा रहा है. पाक विदेश मंत्री ने कहा कि क्या फैसले के लिए कुछ दिनों का इंतजार नहीं किया जा सकता था.
कोर्ट ने क्या फैसला सुनाया
सुप्रीम कोर्ट ने सबसे बड़े फैसले में अयोध्या की विवादित जमीन पर रामलला विराजमान का हक माना है. जबकि मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में ही 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दिया गया है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली 5 जजों की विशेष बेंच ने सर्वसम्मति से यह फैसला सुनाया है.
शनिवार सुबह 10.30 बजे सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस शरद अरविंद बोबड़े, जस्टिस धनंजय यशवंत चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस अब्दुल नज़ीर पहुंचे. पांच जजों ने लिफाफे में बंद फैसले की कॉपी पर दस्तखत किए और इसके बाद जस्टिस गोगोई ने फैसला पढ़ना शुरू किया.