किसानों के लिए सड़क पर उतरेगी कांग्रेस, बिजली बिल के मसले पर सरकार को घेरेगी बीजेपी
इंदौर
आज सोमवार का दिन मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजनीति के लिए काफी कशमकश भरा होने वाला है. पुलिस-प्रशासन के लिए यह चुनौती वाला होगा. क्योंकि एक तरफ बीजेपी (BJP) जिला मुख्यालयों पर बिजली बिलों (electricity bill) में गड़बड़ी को लेकर प्रदर्शन करेगी. इसके तहत पार्टी नेता बिजली बिलों की होली जलाकर राज्य सरकार के प्रति उग्र विरोध दर्ज कराएंगे. इस अभियान में बीजेपी के सभी बड़े नेता शामिल होंगे. उधर, केंद्र सरकार (central government) पर मध्य प्रदेश के प्रति भेदभावपूर्ण नीति अपनाने का आरोप लगाकर कांग्रेस (Congress) भी हर जिले में प्रदर्शन कर रही है. इसमें कांग्रेस नेताओं के साथ-साथ संबंधित जिलों के प्रभारी मंत्री भी शामिल होंगे. ऐसे में दोनों दलों के आंदोलन को संभालना पुलिस-प्रशासन के लिए चुनौती भरा होगा.
मध्य प्रदेश में हाल ही में हुई अतिवृष्टि से प्रदेश के किसानों की फसलों के नुकसान को लेकर सीएम कमलनाथ ने केंद्र सरकार से तत्काल 6 हजार छह सौ करोड़ रुपए की राहत राशि की मांग की है. अभी तक केंद्र ने यह राशि जारी नहीं की है. इसको लेकर राज्य की कांग्रेस सरकार केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार के खिलाफ मुखर हो गई है. सोमवार को कांग्रेस प्रदेशभर में राष्ट्रपति के नाम कलेक्टरों को ज्ञापन सौंपकर राहत राशि की मांग करेगी. इस आंदोलन में जिले के प्रभारी मंत्री भी शामिल होंगे. किसानों को राहत राशि न मिलने को लेकर कांग्रेस ने रविवार को प्रदेशभर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसके तहत इंदौर में कांग्रेस मीडिया सेल की अध्यक्ष शोभा ओझा ने प्रेस वार्ता में कहा कि केंद्र सरकार जान-बूझकर मध्य प्रदेश के साथ भेदभाव कर रही है. ओझा ने इस मामले पर प्रदेश के सांसदों की चुप्पी पर भी सवाल उठाया.
पवई से बीजेपी विधायक प्रह्लाद लोधी की सदस्यता जाने के मामले में शोभा ओझा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के 2013 के एक आदेश के तहत प्रह्लाद लोधी की सदस्यता गई है. वहीं, प्रमुख विपक्षी दल भाजपा के बिजली बिल आंदोलन को लेकर उन्होंने कहा कि बीजेपी के राज में लोगों को हजारों रुपए का बिल भरना होता था. अब बीजेपी नेता खुद इंदिरा गृह ज्योति योजना का लाभ लेकर सौ रुपए से कम का बिजली बिल जमा कर रहे हैं, लेकिन नौटंकी कर राज्य की जनता को गुमराह कर रहे हैं. शोभा ओझा ने कहा कि इसलिए पार्टी का नाम बीजेपी नहीं, बल्कि 'भारतीय झूठी पार्टी' होना चाहिए. उन्होंने कहा कि बीजेपी के झूठ की पोल इस बात से भी खुल जाती है कि कांग्रेस ने जब 21 लाख किसानों का कर्जा माफ किया तो इसकी हर जानकारी पोर्टल पर उपलब्ध कराई. किसानों का नाम, पता, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर अपलोड किया. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, पूर्व मंत्री विजय शाह और अभी हाल ही में बीजेपी के टिकट पर झाबुआ उपचुनाव लड़े भानू भूरिया के रिश्तेदारों तक का कर्जा माफ हुआ है. फिर भी बीजेपी झूठ फैला रही है.