स्थापना दिवस घटना: अभिभावकों की नाराजगी पर मंत्री डॉ गोविंद सिंह का बेतुका बयान
भिंड़
शुक्रवार को मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस के मौके पर भिंड में एक घटना हो गई थी, यहां प्रभारी मंत्री के भाषण के दौरान मधुमख्खियों ने कार्यक्रम में शामिल हुए छात्राओं पर हमला कर दिया और उन्हें आनन-फानन में अस्पताल भर्ती करवाना पड़ा था। हैरानी की बात तो ये थी कि घटना के बाद कोई भी अफसर या खुद मंत्री जी छात्राओं का हाल जानने नही पहुंचे, जिसको लेकर अभिभावकों ने नाराजगी भी जताई थी।वही इस हमले को लेकर अब सहकारिता मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने बेतुका बयान दिया है। गोविंद सिंह का कहना है कि मधुमक्खियों से किसी ने बोला था क्या कि जाओ काट आओ?
इतना ही नही वही उन्होंने कर्जमाफी को लेकर भी कहा कि सरकार ने किसानों का 2 लाख तक कर्जमाफी करने का वादा किया था। कोई पेड़ तो नहीं है, जिसको झड़ा दें। 20 लाख किसानों का ऋण माफ किया गया है। बाढ़ के चलते प्रदेश में हालात चिंतालजनक थी, जिसके चलते कर्जमाफी में देरी हुई। पहली प्राथमिकता में बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा देना है।
दरअसल,एक नवबंर को मध्यप्रदेश का 64वां स्थापना दिवस के मौके पर कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह भिंड में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद फोटो सेशन हो रहा था। उसी दौरान अचानक मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। कुछ छात्राओं ने कपड़े से अपने शरीर और मुंह को ढंकने की कोशिश की। लेकिन फिर भी कई छात्राओं को मधुमक्खियों ने काट लिया। इससे कई छात्राओं के चेहरे पर सूजन आ गई और कई छात्राओं बेसुध हो गईं। कुछ देर के लिए मैदान पर अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में छात्राओं को अस्पताल ले जाया गया। इसमें से कईयों की हालत गंभीर बनी हुई है।हैरानी की बात तो ये थी कि जिस वक्त ये घटना घटी उस वक्त मंत्री जी भाषण दे रहे थे और मंच पर कलेक्टर समेत कई अधिकारी मौजूद थे, लेकिन किसी ने छात्राओं की सुध नही ली। इतना ही नही अस्पताल भर्ती करवाए जाने के बाद भी न तो सहकारिता मंत्री और न ही कोई आला अफसर छात्राओं का हाल-चाल वहां जानने पहुंचा। इसे लेकर अभिभावक भी काफी नाराज हो गए थे।