कश्मीर: अमेरिकी सांसद ने की मोदी की तारीफ
वॉशिंगटन
अमेरिका के एक प्रभावशाली सांसद ने गुरुवार को संविधान के अस्थायी प्रावधानों को हटाते हुए जम्मू-कश्मीर के लिए उठाए गए 'बोल्ड कदम' को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की। बता दें कि 31 अक्टूबर से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में अस्तित्व में आ गया, जिसकी घोषणा 5 अगस्त को की गई थी। सरकार ने राज्य से विशेष दर्जा हटाते हुए उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था।
सांसद जॉर्ज होल्डिंग ने सदन में गुरुवार को कहा, 'पीएम नरेंद्र मोदी और संसद ने जो कदम उठाएं हैं वे जरूरी थे। ये क्षेत्र में दीर्घकालीन स्थिरता के लिए जरूरी हैं और उनकी प्रशंसा होनी चाहिए।' रिपब्लिकन सांसद ने कहा कि भारतीय संसद ने जम्मू-कश्मीर के स्टेटस में बदलाव करने वाले प्रस्ताव को पारित किया और प्रावधानों को बदला जो कि आर्थिक विकास में बाधा थे और अलगाववाद की भावना को बढ़ावा दे रहे थे।
उन्होंने कहा, 'हाल के वक्त तक कश्मीर में आर्टिकल 370 के तहत शासन होता आया है, जो कि कानून का पुराना प्रावधान था और भारतीय संविधान के अनुसार अस्थायी व्यवस्था थी। आर्टिकल 370 ने संभवतः उन लोगों के लिए अच्छा काम किया होगा जिनका राजनीतिक पहुंच थी, लेकिन इस वजह से आम लोगों को आर्थिक अवसर नहीं मिल रहे थे।'
होल्डिंग ने कहा कि आर्टिकल 370 के कारण पाकिस्तान में मौजूद कई संगठनों को भारत में आतंकवाद फैलाने में मदद मिल रही थी, जिससे आम आदमी और परिवार परेशान था। आतंकवाद अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित कर रहा था इसलिए, मोदी सरकार को पुरानी नीति को बरकरार रखना था या फिर क्षेत्र का कानूनी दर्जा बदलते हुए उसे प्रगति के रास्ते पर ले जाना था।
उन्होंने कहा, ' जम्मू-कश्मीर के लोग बेहतर जिंदगी डिजर्व करते हैं और पीएम मोदी द्वारा बोल्ड स्टेप उठाना बिल्कुल सही है। संसद में दो-तिहाई बहुमत से जम्मू-कश्मीर का दर्जा बदला गया, जो कि सुधार की जरूरत पर सहमति को दर्शाता है।'
उन्होंने कहा कि बदलाव के बाद भी बाधा पैदा करने की चाहत रखने वाले लोग हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठनों ने हाल ही में आम नागरिकों को बाहर निकलने, काम करने और सार्वजनिक स्थलों में न जाने की चेतावनी देते हुए पोस्टर चिपकाया था।'
होल्डिंग ने कहा, 'ये ग्रुप अभी भी सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने में लगे हुए हैं और आम नागरिकों व बच्चों पर हमला किया है। आतंकी संगठनों ने प्रवासी मजदूरों और सेब के व्यापार में शामिल लोगों पर हमला किया है।'
होल्डिंग ने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर के फलने-फूलने के जरूरी है कि वहां शांति और स्थिरता आए। आम आदमी और परिवार खुद को सुरक्षित महसूस करें, जो वह काम के लिए घर से बाहर निकले। उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के ज्यादातर प्रावधानों को समाप्त कर दिए जाने के बाद आतंकी ट्रक ड्राइवरों को निशाना बना रहे हैं, उनमें से ज्यादातर वे लोग हैं जो कि कश्मीर से बाहर के लोग हैं। पिछले दिनों कुलगाम जिले में पश्चिम बंगाल के 5 श्रमिकों की हत्या कर दी गई। वहीं, पिछले तीन सप्ताह में चार ट्रक ड्राइवरों को मार दिया गया है।