घुसपैठ की ताक में थे 100 PAK आतंकी, सेना को मिला इनपुट और फिर..
श्रीनगर
पाकिस्तान की ओर से लगातार सीजफायर उल्लंघन की आड़ में की जा रही घुसपैठ की कोशिश को भारत ने नेस्तानाबूद कर दिया है. भारत की जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान की हालत पस्त है और वह लगातार इन दावों को झूठला रहा है. लेकिन भारतीय सेना के पास पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी लॉन्च पैड को लेकर पुख्ता इनपुट थे, तभी ऐसी तगड़ी कार्रवाई की गई थी.
बॉर्डर पर तंगधार क्षेत्र के सामने करीब 100 से अधिक आतंकी भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन ये सभी अपने मंसूबों को अंजाम दे पाते, उससे पहले ही भारत ने इनका गेम बिगाड़ दिया.
आर्मी सूत्रों की मानें को तंगधार एरिया के आसपास मौजूद लॉन्चिंग पैड का उनके पास पुख्ता इनपुट था. उस जगह कुल 6 लॉन्च पैड थे, जिसमें हर अड्डे पर 15-20 आतंकी मौजूद थे. पिछले एक हफ्ते से पाकिस्तानी सेना बॉर्डर पर सीजफायर का उल्लंघन कर रही थी, उसकी कोशिश थी कि वह एक ओर गोलीबारी करे और दूसरी ओर आतंकी घुसपैठ कर सके.
पाकिस्तान की ओर से शनिवार की देर रात गोलीबारी शुरू हुई जो रविवार तक चली. पाकिस्तानी गोलीबारी में भारत के दो जवान शहीद भी हुए, बाद में भारतीय सेना ने इनका मुंहतोड़ जवाब दिया. तंगधार के उसपार मौजूद चार आतंकी अड्डों को तबाह कर दिया गया, जिसमें दर्जनों आतंकी मारे गए और पाकिस्तानी सेना के जवान भी मारे गए.
सेना प्रमुख बिपिन रावत ने बयान दिया था कि भारत की जवाबी कार्रवाई में करीब 6-10 पाकिस्तानी सेना के जवान मारे गए हैं. इस बयान से पाकिस्तान भी बौखलाया गया है और लगातार गलत बयान दे रहा है. पाकिस्तान कह रहा है कि भारत के दावे गलत हैं, अगर दुनिया का मीडिया चाहे तो यहां आकर चेकिंग भी कर सकता है.
गौरतलब है कि भारत की ओर से पाकिस्तानी आतंकियों के अड्डों को तबाह करने के लिए आर्टिलरी गन का इस्तेमाल किया गया था.
पाकिस्तान छुपा रहा है सच
भारत की इस कार्रवाई को पाकिस्तान हजम नहीं कर पा रहा है, PAK सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर रविवार से ही भारत के खिलाफ ट्वीट कर रहे हैं. आसिफ गफूर की ओर से दावा किया जा रहा है कि भारत जिन आतंकी कैंपों को तबाह करने की बात कर रहा है वह गलत है.
उन्होंने लिखा था कि PoK में ऐसे कोई कैंप थे ही नहीं, इतना ही नहीं उन्होंने फिर विदेशी मीडिया को चेकिंग करने के लिए न्योता दिया है. इससे पहले बालाकोट एयरस्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक के वक्त भी पाकिस्तान ने यही पैंतरा अपनाया था.