November 22, 2024

अंतर्राज्यीय रेत व्यापार पर लगाम लगाने कांग्रेसियों ने दिया राज्यपाल के नाम ज्ञापन

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जोगी एक्सप्रेस 

अजय तिवारी

सूरजपुर: जिले के प्रतापपुर में सफेदपोश नेता व शासन प्रशासन की मिलीभगत से महान नदी में हो रहे रेत उत्खनन तथा रेत का अंतर्राज्यीय परिवहन पर रोक लगाने के लिए कांग्रेसियों ने राज्यपाल के नाम एसडीएम को आज  ज्ञापन सौपा है।

विदित हो कि विकासखंड के ग्राम पंचायत सत्तीपारा के नाम पर खनिज विभाग सूरजपुर ने रेत माफियाओं को उत्खनन का लिज जारी किया है जहॉ पर महान नदी से रेत का उत्खनन किया जा रहा है जिसका परिवहन उत्तरप्रदेश,मध्यप्रदेश में किया जा रहा है ।
स्थानीय जानकारों की माने तो इस रेत उत्खनन में एक बड़ा गिरोह संलिप्त है जिसे राजनीतिक संरक्षण भी प्रॉप्त है।
वहीँ कांग्रेस पार्टी द्वारा ज्ञापन के अनुसार खनिज विभाग सूरजपुर ने विकासखंड के ग्राम पंचायत सत्तीपारा को महान नदी से रेत उत्खनन करने का लीज दिया गया है  जिसे ग्राम पंचायत ने कलेक्टर सूरजपुर से मशीन JCB से रेत उत्खनन करने का अनुमति के आवेदन प्रस्तुती के पश्चात दिया गया है। लीज प्राप्ति के पश्चात लगातार मशीन के माध्यम से रेत का उत्खनन करके उत्तरप्रदेश ,मध्यप्रदेश सहित अन्य  स्थानों पर रेत की सप्लाई अनवरत की जा रही है। स्थानीय ग्रामीणों द्वारा इस रेत के अंतर्राज्यीय व्यापार किये जाने की सूचना स्थानीय सत्ताधारी पार्टी के जनप्रतिनिधियो एवम अधिकारियों को दिया गया इसके बावजुद भी सम्बंधित अधिकारियों के द्वारा किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गयी तो  व्यथित होकर स्थानीय  कांग्रेस पार्टी के जनप्रतिनिधि एवं नागरिकों ने एसडीएम प्रतापपुर के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंप उचित कार्यवाही की मांग की है तथा जल्द कार्यवाही नहीं होने  उनके द्वारा संवैधानिक तरीके से विरोध प्रदर्शन करने की बात भी  कही गयी  है ।
कांग्रेसियों ने अपने ज्ञापन  में यह भी बताया है कि  विकासखंड प्रतापपुर पहाड़ी क्षेत्र है तथा यहां कई छोटी बड़ी नदियां प्रवाहित होती है जो की महान नदी में आकर मिलती है  तथा केंद्र सरकार के निर्देश पर राज्य सरकार वर्षा ऋतु अर्थात पर 15 जून से लेकर 15 अक्टूबर तक सरगुजा संभाग में रेत उत्खनन पूर्णता प्रतिबंधित कर दिया है बावजूद इसके बरसात में रेत माफिया उत्खनन करने में लगे हुए हैं । इस अवैध रूप से किए जा रहे उत्खनन को रोक रोकने की मांग कांग्रेसियों ने की है
 संगठित गिरोह करता है काम
रेट उत्तखनन  की लीज भले ही ग्राम पंचायत के नाम पर जारी किया गया है लेकिन ग्राम पंचायत के नाम पर राजनीतिक संरक्षण प्राप्त सफेदपोश रसूखदार लोग रेत उत्खनन एवं अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का कार्य कर रहे हैं ग्राम पंचायत मात्र एक मोहरा के रूप में काम कर रही है। खनिज विभाग सहित जो भी अधिकारी हैं जो  इस अवैध रेत उत्खनन को लगाम लगा  सकते हैं वह भी राजनीतिक संरक्षण और मोटी रकम की लेन-देन के कारण  रेत माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करने का हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
खाना पूर्ति के लिए होती है कार्यवाही कभी-कभार
 प्रशासनिक अधिकारी एवं खनिज विभाग खाना पूर्ति के लिए एक -दो ट्रैक्टर पर कार्यवाही  सिर्फ दिखावे के लिए किया जाता है और कार्यवाही उसी के ऊपर की जाती है जो अपने घर के लिए रेत लेकर आते हैं या ग्राम पंचायत एवं निजी निर्माण में उपयोग करने के लिए रेत लेकर आते हैं
ज्ञात हो की प्रतापपुर क्षेत्र के भैंसामुंडा के महान ,बाकी क्षेत्र से अवैध रुप से रोजाना डंफर में लोड कर कर 40 से 50 गाड़ी  सीमावर्ती क्षेत्र के माध्यम से उत्तर प्रदेश खपाया जा रहा है जो की
60000 रुपए में बिकती है एक हाईवा रेत जानकारों की माने तो यहां के मुख्य नदियों से रेत के परिवहन कर बनारस एवं रेनुकूट ले जाए जा रहे रेत का वहां बाजार मूल्य लगभग ₹60000 हैं और देश की सीमा को पार करने के लिए रेत माफियाओं ने बकायदा हर जगह लाखों रुपए महीने की सांठगांठ कर रखी है और एक बार गाड़ी यूपी में दाखिल हुई तो फिर पूछने वाला भी कोई नहीं है पड़ोसी राज्य में रेत की बढ़ती कीमत व हाथों-हाथ बिकने वाली रेत इन दिनों लोगों के लिए सबसे अच्छा व्यवसाय बना हुआ है जिसमें स्थानीय लोक सहित उत्तर प्रदेश के रेत माफिया शामिल है वहिं
रेत के हो रहे अवैध कारोबार से जहां पर शासन प्रशासन एवं राज्य लेवल के बड़े नेताओं की भूमिका संदिग्ध हैं वहीं पर ग्रामीणों ने बताया कि रेत माफियाओं का बढ़ता हुआ लगातार गुंडागर्दी के दम पर ग्रामीणों को डराया धमकाया जाता है तथा पत्रकारों एवं स्थानीय लोगों को मुंह बंद रखने की हिदायत दी जाती है लगातार रेत माफियाओं का बढ़ रहा वर्चस्व से शासन प्रशासन की मिलीभगत जाहिर है क्योंकि रोजाना लाखों रुपए की रेत की तस्करी के पीछे किसी प्रकार का कार्यवाही नहीं होने से इनके हौसले बुलंद हैं
रेत माफियाओं का माने तो इन्होंने बकायदा इससे जुड़े समस्त विभाग प्रमुखों को महीने में लाखों रुपए देकर मुंह बंद कराया हुआ है पूरी सांठगांठ के साथ में इस अवैध कारोबार में उत्तर प्रदेश एवं स्थानीय सफेदपोश के संरक्षण में रसूखदार व्यक्ति शामिल है जिनका खुलासा जल्द किया जाएगा और सभी जानते है जो एक चर्चा है
ज्ञापन सौंपा  में संजीव श्रीवास्तव राजेश गुप्ता जितेंद्र दुबे नवीन जायसवाल अवधेश सिंह जगत लाल सहित भारी संख्या में कांग्रेसी एवम ग्रामीणजन उपस्थित थे।
 

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