नियम कानून को दर किनार कर जनसंपर्क अधिकारी द्वारा किया जा रहा पत्रकारों के साथ भेदभाव
जोगी एक्सप्रेस
ब्यूरो अजय तिवारी
सूरजपुर – जिला प्रशासन और पत्रकारों के मध्य सामाचारों के आदान प्रदान और एक नैतिक संबंध स्थापित कराने का जिम्मा शासन ने जिला जनसम्पर्क विभाग को दिया है परंतु जिला जनसम्पर्क विभाग सूरजपुर के अधिकारी का रवैया पत्रकारों के प्रति कुछ ऐसा है जो शासन द्वारा बनाये नियमो की धज्जि उडाने का बखुबी कार्य कर रही है, विदित हो की जिले में जनसम्पर्क कार्यालय को खुले एक अरसा व्यतीत होने को है , पर यहाँ आज भी नियम कानून को ताक पर रखकर जिला जनसम्पर्क अधिकारी द्वारा यह निर्धारित किया जाता है की सिर्फ उन्ही पत्रकारों को शासकिय सामारोह में शिरकत करने हेतु आमंत्रित किया जाये जो उनके अनुसार समाचार प्रकाशन में शासकिय नुमाइंदो की वाह – वाही बटोरने में सहायक हो, जिससे जिला जनसमपर्क अधिकारी अपने आला अधिकारियों से अपनी पीठ थप – थपवा सकें |
वहीं अगर भ्रष्टाचार की बात की जाये तो उक्त क्षेत्र में भी यह विभाग का जवाब नही है क्योकी शासन द्वारा जिला जनसम्पर्क विभाग की झोली में हर वर्ष पत्रकारों के हित में उपयोग करने लाखों की रकम डाली जाती है परंतु भ्रष्टाचार चरम पर होने के कारण इस राशि का उपयोग कहाँ व किन किन कार्यों में होता यह भी एक सोचनिय तथ्य है जिसका जवाब अपने में एक पहेली है ?