बुढ़ार भाजपा में दो फाक, शहडोल में निर्दलीय बिगाड़ रही समीकरण..
*घर-घर दस्तक दे रहे प्रत्याशी, जोर पकडऩा लगा चुनावी प्रचार*
जोगी एक्सप्रेस
*शहडोल/बुढ़ार।*नगरीय निकाय के लिये चुनाव प्रचार-प्रसार आज से जोर पकडने लगा है नगर पालिका शहडोल में अध्यक्ष पद के लिये भाजपा व निर्दलीय प्रत्याशी में सीधा मुकाबला दिखाई दे रहा है। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी भी जीत के लिए एड़ी चोटी एक कर रही है। शहडोल में भाजपा प्रत्याशी श्रीमती उर्मिला कटारे काफी जद्दो जहद के बाद टिकट तो हासिल कर ली है लेकिन रिश्तेदारों के द्वारा नगरपालिका क्षेत्र में स्वच्छ भारत मिशन के नाम पर किये गये शौचालय निर्माण में जिस प्रकार सरकारी राशि का दुरूपयोग किया गया। जनता यह सवाल उठा रही है वहीं कांग्रेस का प्रचार-प्रसार शहडोल में पान की गुमटियों तक अभी सीमित है। कोई एक मुखिया न होने के कारण कांग्रेस के प्रत्याशी कहां से शुरू करें कैसे चले की सोच में पडे हैं। पार्षद पद के निर्दलीय उम्मीदवार शहडोल में भाजपा व कांग्रेस द्वारा घोषित पार्षद प्रत्याशियों पर भारी पडते दिखाई दे रहे हैं।
जिले की शहडोल नगर पालिका चुनाव, बुढ़ार व जयसिंहनगर नगर पंचायत के लिये जहां भारतीय जनता पार्टी ने अपनी विसात बिछा ली है व तीनों ही स्थानों में चुनाव प्रभारियों की घोषणा कर दी है। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी अब तक आकांओं की ओर टकटकी लगाये देख रहे हैं। आज से चुनाव प्रचार के कुल 1 सप्ताह शेष बचेंगे, ऐसे में यदि प्रत्याशी एक दिन भी एक वार्ड को देने को सोचे तो वह पूरे वार्ड नहीं कर सकता। संगठन के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को पूरी तरह से अपनी पार्टी के प्रत्याशी को विजय श्री दिलाने के लिये दिन-रात एक करना पडेगा। भाजपा ने पहले से ही बूथवार रचना कर रखी थी जिसका फायदा प्रत्याशी को मिलता दिखाई पड रहा है कांग्रेस में अभी नाराज कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को मनाने में ही प्रत्याशी को पसीना बहाना पड रहा है।
*जिन्होने गिराया विकट, उन्हे मिली टिकट*
शहडोल नगरपालिका में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने जिस प्रत्याशी को अध्यक्ष पद के लिए सीट प्रदाय किया है उनके पति ने कांग्रेस का कितना साथ दिया यह तो पूरे शहडोल वासी जानते है। सोहागपुर विधानसभा सामान्य सीट से वर्तमान अध्यक्ष प्रत्याशी के पति हरीश आरोरा बिटटू ने कांग्रेस प्रत्याशी शिवकुमार नामदेव के खिलाफ चुनाव लड़ा था। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से टिकट पाने के बाद बिटटू ने पूरे विधानसभा क्षेत्र के लोगों को ख्वाबि पुलाव खिलाया व काफी राशि भी खर्च की थी। लेकिन परिणाम क्या रहा यह तो बिटटू भईया ही जानते है। यहीं नहीं उन्होने आप पार्टी के बैनर के तले अपने भाषण पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ बयान भी दिया था। कहा यह भी जा सकता है कि जिन्होने पार्टी का विकट गिराया टिकट उसे ही मिला। हालांकि प्रत्याशी घर-घर दस्तक देकर अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रही है। परिणाम क्या होगा यह तो चुनाव परिणाम के बाद ही सामने आयेगा। पूरे अपने कार्यकाल में हुये विकास कार्य की गाथा बताकर जनता के सामने जा रहे हैं वहीं भाजपा प्रत्याशी उर्मिला कटारे बीते 15 सालों में हुये विकास कार्य से और अधिक कार्य कराने का दावा कर रही है।
*निर्दलीय बिगाड़ रही समीकरण*
शहडोल नगर पालिका में अध्यक्ष पद के लिये पहली बार ऐसा हो रहा है कि भारतीय जनता पार्टी व कांग्रेस के प्रत्याशी के अलावा सशक्त निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में है यहां निर्दलीय भी समीकरण बिगाडते हुए नजर आ रही हैं लेकिन इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होने के कारण बाजी कौन मारेगा कुछ नहीं कहा जा सकता। अभी तक की स्थिति में भाजपा इसलिये मजबूत दिखाई पड रही है कि उसके कार्यकर्ता व पदाधिकारी प्रत्याशी के लिये एक साथ चल पड़े है निर्दलीय प्रत्याशी वसुधा ने कांग्रेस से टिकट मांगा था लेकिन कांग्रेस ने दूसरा प्रत्याशी को टिकट दे दी जिस कारण निर्दलीय रूप में चुनाव लडऩे का मन इन्होने बनाया। इसके बाद भी टिकट बटवारे को लेकर खफा कार्यकर्ताओं को नहीं मनाया जा सका है जो कांग्रेस को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
*युवक कांग्रेस कार्यकर्ताओं की दूरियां*
कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में जहां एक ओर वर्तमान जिला अध्यक्ष व पूर्व जिला अध्यक्ष खड़े नजर आ रहे है वहीं युवक कांग्रेस कार्यकर्ताओं की दूरियां समझ से परे है। शहडोल लोकसभा युवक कांग्रेस अंतर्गत जयसिंहनगर विधानसभा के युवक कांग्रेस कार्यकर्ता का झुकाव अधिकांशत: निर्दलीय प्रत्याशी की ओर दिखाई दे रहा है। बीते दिनों संभागीय मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह सवाल भी कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष से पूछे गये जिस पर उन्होने जवाब न देते हुए झल्ला उठे
*तिकडी की पक रही खिचड़ी*
शहडोल नगर पालिका में कांग्रेस की ओर से संगठन का अपना कोई मुखिया नगर पालिका चुनाव के लिये अब तक सामने नहीं किया गया यहां तिकडी की खिचड़ी के कारण कांग्रेस का प्रचार टपरों तक सीमित दिखाई पड रहा है। एक दो दिनों में यहां कांग्रेस के आकांओ ने स्थिति नही संभाली तो अध्यक्ष पद में मुश्किलों का सामना चुनाव प्रचार के गुजरते दिनों में उठाना पड़ा सकता है। तिकड़ी जिम्मेदारी एक दूसरे के सर मढ कर प्रत्याशी को खुद कमजोर करती दिखाई दे रही है बहरहाल यह संगठन का अपना मामला है लेकिन चुनावी समर में मतदाताओं तक तो पहुंचना पड़ेगा।
*बुढ़ार भाजपा में दो फाड़*
जहॉ भाजपा में समीकरण बैठाने व वार्ड स्तर से चुनावी तैयारी में संभाग स्तर व जिला स्तर के नेता सक्रिय हैं वहीं दूसरी ओर ट्रांसपोर्ट नगरी बुढ़ार में भाजपा में दो फाड़ हो चुका है। यहां से भाजपा के पूर्व पार्षद संतोष विक्रम बारी ने भी टिकट संगठन से मांगा था लेकिन तीसरी बार कैलाश विशनानी को टिकट मिलने के कारण बारी खफा हो गये और भाजपा से बागी होकर चुनाव मैदान में उतर गये हैं। भाजपा से टिकट मांगने वाले पुष्पेन्द्र ताम्रकार को संगठन ने वार्ड स्तर तक सीमित करते हुए वार्ड क्रमांक 10 से पार्षद की टिकट प्रदाय कर दी। बारी के चुनाव लडऩे से भाजपा में अंतर्कलह बढ़ चुका है। वहीं कांग्रेस से युवा प्रत्याशी रतन सोनी को कांग्रेस ने टिकट दी है। लेकिन यहां भी पूर्व ऊर्जा मंत्री के गुट माने जाने वाले कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस पार्टी से ही दुखी होकर निर्दलीय रूप में चुनाव लड़ रहे है। जहां कांग्रेस प्रत्याशी साफ-सुथरी छवि के माने जाते है वहीं भाजपा प्रत्याशी व निर्दलीय प्रत्याशी के कारोबार के बारे में जनता सवाल पूंछ रही है। वैसे भी दोनों प्रत्याशियों के कारोबार जगजाहिर है। चूना भट्टा व बाड़े में दूधिया रोशनी में क्या-क्या होता है यह जनता है सब जानती है।
*टिकट में चली नेता प्रतिपक्ष की*
शहडोल संभाग अंतर्गत शहडोल नगरपालिका, बुढ़ार नगर पंचायत व जयसिंहनगर नगर पंचायत में अध्यक्ष पद के लिए टिकट वितरण में मध्यप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष की खूब चली है, बुढ़ार व जयसिंहनगर नगर पंचायत में युवा प्रत्याशियों को मौका तो दिया गया लेकिन शहडोल नगरपालिका में टिकट वितरण से कांग्रेसी नाराज हो चुके है।
*दिल्ली के तर्ज पर हुआ टिकट वितरण*
बीते अप्रैल माह में हुए एमसीडी चुनाव में दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी ने पुराने लोगों की टिकट काटकर नये को मौका दिया व पार्टी को सफलता भी मिली ठीक उसी प्रकार शहडोल संभाग अंतर्गत संभागीय संगठन मंत्री ने नगरपालिका शहडोल में एक-दो निवर्तमान पार्षद प्रत्याशी को दोबारा टिकट दी, बाकि सभी को किनारे कर दिये। बुढ़ार व जयसिंहनगर में भी नये प्रत्याशियों को पार्षद पद का टिकट प्रदाय किया गया है।
*कल के कांग्रेसी को भाजपा ने दी टिकट*
कल तक जो भाजपा का विरोध करते रहे है ऐसा ही एक कांग्रेसी को भाजपा ने पार्षद पद का टिकट प्रदाय किया है, रोहरा नामक जिस प्रत्याशी को भाजपा ने टिकट दी है उसी से उक्त वार्ड की जनता पूर्व में किये गये सवालों का परिणाम पूंछ रही है।