सरपंच बना नेता, शौचालय के लिए भटक रहे ग्रामीण, बड़े पैमाने में भ्रष्टाचार को दिया जा रहा अंजाम
जोगी एक्सप्रेस
संजीत सोनवानी
यदि आजकल अगर आपको ग्राम पंचायत देवहरा में सरपंच से मिलना है तो आप सावधान हो जाइये? क्योंकि सरपंच साहब इन दिनों नेता गिरी में व्यस्त है जबकि अभी तक इन्हें जिले में किसी भी पद पर नियुक्त नही किया गया है लेकिन सरपंच साहब अपने कर्तव्यों से विमुख होते हुए पंचायत छोड़ प्रदेश के बड़े नेता की चाटूकारिता में लगे हुए है और बड़े पैमाने में भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहे है।
*अनूपपुर -*जैतहरी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत देवहरा में इन दिनों ग्रामीणों को दर- दर भटकना पढ़ रहा है यहाँ सरपंच कभी मीटिंग में तो कभी सरपंच के द्वारा कटनी में तो कही कोतमा मीटिंग में व्यस्त होना बताया जाता है जबकि ग्राम पंचायत देवहरा वैसे तो बैगा बाहुल्य क्षेत्र है प्रदेश सरकार जहाँ बैगा जनजाति के लिए प्रदेश भर में विभिन्न योजनाओं को संचालित कर रखा है और इनके उत्थान के लिए कई प्रकार की एजेंसी भी कार्य कर रही है लेकिन ग्राम पंचायत देवहरा में बैगा जनजातियों को योजना का पूरा लाभ नही मिल पा रहा है यहाँ के ग्रामीण जब राशन कार्ड, पेंसन, और कई महत्वपूर्ण काम के लिए जब पंचायत भवन जाते है तब पंचायत भवन में न ही सरपंच नजर आते है और न ही सचिव के दर्शन होते है जबकि सरपंच और सचिव को गांव की समस्या का निदान करने के लिए प्रतिदिन पंचायत भवन में बैठना चाहिए लेकिन सरपंच और सचिव पंचायत छोड़ अपने ही कार्यो में व्यस्त नजर आ रहे है।
*मर्यादा अभियान में धांधली…*
बीते 3 वर्षों में पंचायत द्वारा जितने भी शौचालय हितग्राहियों के यहाँ बनाये गए है उनमें कुछ शौचालय तो आधे-अधूरे तो कुछ स्टीमेट के विपरीत बनाया गया है यहाँ हितग्राहियों ने बताया कि जो उनके यहाँ शौचालय बनाया गया है उसकी लंबाई चौड़ाई भी छोटी है जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है यहाँ भी ग्राम पंचायत बरगांव की तर्ज पर बड़े पैमाने में भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है जबकि यहाँ के ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत जिले के अधिकारियों से की लेकिन कार्यवाही ठंडे बस्ते में पड़ी हुई है, यहाँ वार्ड नंबर 10 के हितग्राही छोटे लाल सेन, शनीचरि बाजार में निवासरत उर्मिला गोंड, राजू और मोहम्मद असीर ने बताया कि उनके द्वारा कई बार शौचालय के लिए सरपंच को लिखित आवेदन दिया लेकिन सरपंच के द्वारा किसी भी प्रकार से पहल नही किया गया जिससे आज उसके परिवार के सदस्यों को खुले में शौच जाना पड़ रहा है कुल मिलाकर यहाँ अंधेर नगरी चोपट राजा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है और शौचालय निर्माण में जमकर धांधली किया जा रहा है यहाँ बने शौचालय की यदि सूक्ष्मजांच कराई जायें तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
*कचरा संग्रहण में गोलमाल*
देश के प्रधानमंत्री जहाँ सम्पूर्ण भारत मे स्वछ भारत स्वस्थ भारत का नारा बुलंद कर रहे है और आज पूरे भारत मे स्वच्छता अभियान एक नारा नही वरन एक संकल्प के तहत स्वच्छता चल रही है वही ग्राम देवहरा में स्वच्छता के नाम पर भी नाम मात्र कचरा संग्रहण बना कर लाखो रुपये आहरित कर लिए गए। ग्राम पंचायत देवहरा अंतर्गत कुल 21 वार्ड है यहाँ कचरा को फैलने से रोकने के लिए लाखों की लागत से प्रत्येक वार्डो में कचरा संग्रहण बनना था। लेकिन सरपंच सचिव की मिलीभगत से ग्राम के गिने चुने जगहों पर ही कचरा संग्रहण बनाया गया। और आज आलम यह है कि पूरे पंचायत में गंदगी जस की तस बनी हुई है यहाँ गौर करने वाली बात यह है कि ग्राम पंचायत देवहरा अंतर्गत सोहागपुर क्षेत्र की संजय नगर कॉलोनी भी है जहाँ साफ-सफाई कॉलरी प्रबंधन के द्वारा कराया जाता है यहाँ पंचायत किसी भी प्रकार की कार्य नही करती है लेकिन फिर भी लाखों रुपये की होली यहाँ कचरा संग्रहण के नाम पर खेली गई और गंदगी पूरे वार्डो में जगह-जगह नजर आ रहा है।
*सड़क निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार*
यहाँ 6 माह पहले बसंतपुर दफाई अंतर्गत सरपंच के घर से इलाहाबाद टेलर के घर तक लाखो की लागत से सी सी सड़क का निर्माण किया गया था जो वर्तमान समय मे जगह-जगह पर दरारे और गड्डो में तब्दील हो चुका है पंचायत अंतर्गत जितने भी सी सी सड़क का निर्माण किया गया है उसमें बड़े पैमाने में भ्रष्टाचार किया गया। यहाँ सरपंच-सचिव ने मिलकर मास्टर रोल में भी कई मजदूरों के नाम फर्जी दर्जकर राशि का आहरण किया है जबकि उक्त हितग्राही ने सड़क निर्माण के दौरान किसी भी प्रकार का काम नही किया यह जांच का विषय है नाम ना छापने की शर्त में बताया कि पूरे ग्राम पंचायत में इन दिनों सारे काम ठेके प्रथा पर कराये जा रहे है यहाँ जनपद स्तर का एक पारिवारिक सदस्य के द्वारा सारे कार्यो को एक निश्चित राशि निर्धारित कर काम कर रहा है यहाँ जितने भी निर्माण कराये गए है उन कार्यो में स्टीमेट के विपरीत ही कार्य हुआ है ग्राम में आर्या स्कूल के समीप कुछ माह पहले पंचायत ने लाखों की लागत से सी सी सड़क का निर्माण कराया है जहाँ स्टीमेट को दरकिनार करते हुए सड़क की चौड़ाई कम कर दी गयी। यहाँ पंचायत के जिम्मेदारो ने जिस तरह से शासन के पैसों का बंदरबाट किया है यह जांच में स्वतः ही खुल जाएगा।
*साइन बोर्ड का पता नही*
ग्राम में जितने भी निर्माण कार्य कराए गए है उन सभी कार्यो में कही पर भी साइन बोर्ड का पता नही है यहाँ के ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सरपंच और सचिव किसी भी काम की जानकारी नही देते है और ना ही किसी भी काम के स्थान पर साइन बोर्ड लगाते है जिससे ग्रामीणों को कार्य की जानकारी नही हो पाती है जबकि निर्माण कार्य के दौरान निर्माण स्थल पर साइन बोर्ड लगाना चाहिए जिससे ग्रामीणों को यह पता चल सके कि निर्माण कार्य किस मद और कितनी लागत राशि से किया जा रहा है।
*लो वोल्टेज की समस्या से जूझ रहे ग्रामीण*
सरपंच के सुस्त रवैया के कारण बसंतपुरवाशी कई माह से लो वोल्टेज की समस्या से जूझ रहे है जिससे काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है यहाँ के ग्रामीणों ने सरपंच और बिजली विभाग के अधिकारियों के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारे द्वारा कई बार शिकायत किया गया लेकिन ना ही सरपंच ने ध्यान दिया और ना ही बिजली विभाग के अधिकारियों ने इस मामले में पहल की जिसके कारण आज बसंतपुर वाशियों को लो वोल्टेज की समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है।
*बाजार की राशि का वारा-न्यारा*
पंचायत अंतर्गत देवहरा, संजय नगर और अमलाई में साप्ताहिक बाजार लगाया जाता है प्रत्येक वर्ष इस बाजार का ठेका भी जनपद स्तर पर लाखो में होता है लेकिन बाजार से प्राप्त राशि का उपयोग किसी प्रकार से जनहित मे नही किया जा रहा है यहाँ जो कचरा संग्रहण बनाया गया है उसमें लबालब गंदगी फैला हुआ है जबकि इसकी नियमित सफाई करानी चाहिए लेकिन यहाँ कागजो में ही राशि का वारा न्यारा किया जा रहा है प्राप्त जानकारी के अनुसार इस राशि को फर्जी बिल लगाकर कर निजिहित में उपयोग किया जा रहा है जबकि इन राशि से ग्राम के विकास में उपयोग करना चाहिए।कुल मिलाकर यहाँ जिस कदर शासकीय धन की होली खेली जा रही है यह किसी से छिपा नही है ग्राम के ग्रामीणों ने संभाग के संवेदनशील कमिश्नर, जिला के कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ और जनपद सीईओ से पूरे मामले की जांच कर कार्यवाही करने की अपील किया है।
*इनका कहना है।*
*नेता गिरी करना मेरा निजिगत मामला है रही बात निर्माण कार्य की तो आप आकर मुझसे मिलिए मैं फिर बताता हूं।*
*यदुराज पनिका*
*सरपंच, ग्राम पंचायत देवहरा*
*मैं बीच मे निलंबित था इसलिए कुछ नही बता पाऊंगा। आप सरपंच से बात कर लीजिए।*
*जितेंद्र प्रजापति*
*सचिव, ग्राम पंचायत देवहरा*
*मैं आज अवकाश पर हूँ कल ही मामले को दिखवाता हूँ।*
*आर. पी. त्रिपाठी*
*सीईओ , जनपद पंचायत जैतहरी*